सिल्क पार्क प्रेमनगर- देहरादून में रेशम फेडरेशन का चौथा वस्त्र विक्रय केन्द्र का शुभारम्भ हुआ जिसमें विविध प्रकार के रेशमी एवं मिश्रित रेशमी उत्पादों का विक्रय बहुत ही रियायती दरों पर किया जायेगा। इस सेल काउन्टर में प्रमुख रुप से उत्तराखण्ड में निर्मित हैण्डलूम उत्पादों के साथ फेडरेशन द्वारा आउटसोर्स के माध्यम से तैयार किये जा रहे उत्पादों रेशमी साड़ी, सूट इत्यादि फाइन सिल्क के उत्पाद मिल सकेंगे। पुरुष परिधानों में वैस्ट कोट, मफलर, पहाड़ी टोपी, कुर्ता एवं सिल्क फेब्रिक प्रमुख रुप से हैं।
कार्यक्रम में कृषि मंत्री गणेश जोशी जी द्वारा कोसोत्तर गतिविधियों में फेडरेशन द्वारा किये जा रहे अभिनव प्रयोगों की सराहना की गई एवं रेशम वस्त्र विकास कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार हेतु हर प्रकार से फेडरेशन की सहायता करने का आश्वासन दिया गया ।
सहकारिता मंत्री द्वारा सिल्क पार्क से सेल काउण्टर की उदघाटन के अवसर पर राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार की किसानों की सहायता हेतु चलाई जा रही ऋण योजनाओं के बारे में बताया गया एवं संघ को निर्देश दिये गये कि किसानों की आय दोगुनी करने के लिए पंचवर्षीय योजना तैयार कर भारत सरकार को वित्तीय सहयोग के लिए प्रेषित करे। उनके द्वारा अपने मंत्रालय से हर प्रकार से फेडरेशन की सहायता रेशम विकास कार्यों के प्रचार-प्रसार के लिए दिये जानेे का आश्वासन देते हुए आगामी 02 वर्षों में संघ का मुनाफा 02 करोड़ तक पहुंचने का लक्ष्य दिया गया। कार्यक्रम में प्रबन्ध निदेशक आनन्द शुक्ला द्वारा अवगत कराया गया कि फेडरेशन के आगामी समय में 10 नये आउटलेट खोलने की योजना है। जिसे इसी वित्तीय वर्ष में पूर्ण करने का लक्ष्य है एवं इस वित्तीय वर्ष के अन्त में फेडरेशन अपना मुनाफा 01 करोड़ तक रहेगा।
फ़ेडरेशन अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह द्वारा फेडरेशन द्वारा अवगत कराया गया कि फेडरेशन द्वारा न सिर्फ बुनाई कार्य किया जा रहा है। अपितु प्रदेश के लगभग 4000 रेशम कोया उत्पादकों के रेशम कोया का क्रय भी किया जा रहा है।
कार्यक्रम का संचालन प्रदीप कुमार, उपनिदेशक रेशम द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कैंट विधायक सविता कपूर द्वारा की गई एवं कार्यक्रम में रेशम फेडरेशन के अध्यक्ष चौ0 अजीत सिंह, निबन्धक सहकारी समिति आलोक कुमार पाण्डे, उपाध्यक्ष विक्रम सिंह बिष्ट, प्रबन्ध समिति के सदस्य धर्मवीर सिंह तोमर, सुनील कुमार बनारसी लाल, सत्यपाल, देवेन्द्र बिष्ट सहित रेशम निदेशालय के उप निदेशक प्रदीप कुमार सहित बुनकर एवं कीटपालक प्रतिनिधि उपस्थित थे।