Six times the income of corrupt IAS recovered so far, investigation underway
देहरादून: उत्तराखंड से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में निलंबित अपर सचिव रामविलास यादव की तड़के गिरफ्तारी हो चुकी है। विजिलेंस की टीम ने रामविलास को विलास को दफ्तर में ही पहले हिरासत में लेते हुए उनसे पूछताछ की और बाद में उनकी गिरफ्तार किया। ASP विजिलेंस रेणु लोहानी ने इसकी पुष्टि की है। मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर हुई यह बड़ी कार्रवाई सुशासन की दिशा नई सरकार की बड़ी उपलब्धि है।
वहीं सैक्टर कार्यालय देहरादून में अपने बयान अंकित कराने हेतु पुलिस अधीक्षक सैक्टर देहरादून रेनू लोहानी एवं विवेचक पुलिस उपाधीक्षक अनुषा बडोला के समक्ष उपस्थित हुये, उपरोक्त टीम द्वारा इनके पारिवारिक सदस्यों के नाम अर्जित सम्पत्तियों के बारे में पूछे गये प्रश्नों के उत्तर आरोपी अधिकारी द्वारा संतोषजनक नहीं दिये गये।
आरोपी अधिकारी अपने, दिलकश विहार रानीकोठी लखनऊ स्थित आवास, गुडम्बा में स्थित संचालित जनता विद्यालय, नोएडा में क्रय किये गये भूमि की रजिस्ट्री, गाजीपुर जिले में 10 बीघा जमीन, एफ0डी0/खातों में जमा धनराशि, पारिवारिक सदस्यों के बैक खातों में जमा धनराशि एवं पारिवारिक खर्चो के बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाये और न ही कोई अभिलेख प्रस्तुत कर पाये। अब तक की विवेचना में उपलब्ध अभिलेखों व आरोपी से पूछताछ पर चैक पीरियड में कुल आय 50,48,204/- रूपये तथा व्यय 3,12,37,756/- रू0 होना पाया गया, जो अनानुपातिक सम्पत्ति अर्जित की गयी है आरोपी अधिकारी को आय-व्यय की उपरोक्त रकम बतायी गयी तो कुछ भी स्पष्ट नही बता पाये।
लम्बी पूछताछ के बाद सतर्कता अधिष्ठान द्वारा गिरफ्तार किया गया। नियमानुसार आरोपी की गिरफ्तारी की सूचना उनकी पुत्री को दे दी गयी । आरोपी अधिकारी रामविलास यादव को सतर्कता अधिष्ठान द्वारा आज न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा। इस सम्बन्ध में सतर्कता टीम को सर्च के पश्चात ज्ञात सम्पत्तियों एवं अभिलेखों (रजिस्ट्रीयों) के बारे में गहना से विवेचना में साक्ष्य प्राप्त किये जा रहे है।