Dehradun : आज किसान भवन स्थित जैविक उत्पाद परिषद् (UOCB) कार्यालय में प्रदेश के जैविक बासमती उत्पादक कृषक समूहों तथा भारत संरकार की सहकारिता मंत्रालय के अधीन गठित संस्था राष्ट्रीय सहकारी आर्गेनिक्स लिमिटेड (NCOL) के मध्यम वर्तमान में उत्पादित हो रही बासमती धान को क्रय करने के लिए बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जनपद देहरादून तथा हरिद्वार के 12 कृषक समूहों के प्रतिनिधियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया तथा NCOL की ओर से तीन वरिश्ठ अधिकारियो द्वारा प्रतिभाग किया गया।
बैठक में कृषक समूहों के द्वारा उत्पादित की जा रही विभिन्न प्रजातियो की बासमती धान यथा देहरादूनी बासमती, तरावडी, पूसा 1, पूसा 1121 जो कि आगामी नवम्बर माह में कटाई हेतु तैयार हो जाएगी की मात्रा का आंकलन कर उनके क्रय करने हेतु रणनीति तैयारी की गई जिसमें कृषकों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य प्रदान करने को प्राथमिकता के आधार पर इंगित किया गया। उक्त क्रय विक्रय से सम्बन्धित समस्त भुगतान डी0 बी0 टी0 के माध्यम से सीधे किसानो के खाते में किया जाएगा।
बैठक में NCOL के द्वारा मांग की गई कुल मात्रा 4000 टन के सापेक्ष वर्तमान वर्ष में समस्त कृषक समूहों के द्वारा लगभग 2000 टन की उपलब्धता की सूचना दी गई तथा अगले वर्ष से उक्त पूर्ण मात्रा को उपलब्ध कराए जाने के बारे में सुनिश्चित किया गया है। NCOL के द्वारा आश्वस्त किया गया कि कृषकों के द्वारा जितनी भी मात्रा में बासमती धान उपलब्ध कराई जाएगी वो जैविक प्रीमियम मूल्य सहित क्रय किए जाने का आश्वासन दिया गया है।
बैठक में मुख्य रुप से NCOL से भरत राजपुरोहित तथा उनकी टीम एवं जैविक उत्पाद परिषद् (UOCB) के प्रबन्ध निदेशक विनय कुमार सहित परिशद के अन्य अधिकारी तथा प्रक्षेत्र कर्मचारी उपस्थित रहे।