देहरादून 6 नवंबर। उत्तराखंड सरकार 8 और 9 दिसंबर को राजधानी देहरादून में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट करने जा रही है जिसमें ढाई लाख करोड रुपए के निवेश का लक्ष्य रखा है अभी तक एक लाख चार हज़ार करोड़ का विभिन्न कंपनियों के साथ में (MOU) करार हो चुका है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दो दिनों तक जहां देश की आर्थिक नगरी मुंबई में निवेशकों के साथ में बिजनेस टू गवर्नमेंट (B2B) मीटिंग शामिल रहे
वहीं प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। भाजपा महिला मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल का कहना है कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2023 से प्रदेश की महिला उद्यमियों को भी काफी लाभ मिलेगा। उनका कहना है कि कृषि, बागवानी, फूड प्रोसेसिंग के साथ स्थानीय उत्पादों की मार्केटिंग करने वाली महिला उद्यमियों को इसका लाभ मिलेगा क्योंकि जिस तरह से कृषि, फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं ने प्रदेश में निवेश की इच्छा जाहिर की है इससे उत्तराखंड की महिला उद्यमियों को काफी लाभ पहुंचेगा। जो उन्हें आर्थिक तौर पर और सशक्त बनाएगा। उनका कहना है कि सरकार ने प्रदेश में एसजीडीपी को 5 साल में 2 गुना करने का लक्ष्य रखा है इससे उत्तराखंड का बुनियादी ढांचा और मजबूत होगा।
भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल का कहना है कि जिस तरह से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार दिल्ली, चेन्नई, गुजरात और मुंबई जैसे शहरों में रोड शो किया है इससे निवेशकों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है क्योंकि सरकार सिंगल विंडो सिस्टम को मजबूत कर रही है। जिससे निवेशक आसानी से प्रदेश में निवेश कर सकें। उनका कहना है कि प्रदेश सरकार इज ऑफ डूइंग के तहत काम कर रही है और निवेशको को लगातार आमंत्रित किया जा रहा है। प्रदेश में औद्योगिक माहौल को बनाने की दिशा में सरकार ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट करने का फैसला किया है यह उत्तराखंड के बुनियादी विकास में मील का पत्थर साबित होगा इससे महिला उद्यमियों को खासतौर से काफी लाभ मिलेगा। उनका कहना है कि प्रदेश सरकार ने जहां सुरक्षा तंत्र को बहुत मजबूत किया है वहीं औद्योगिक नीति में भी बड़े बदलाव किए हैं जिससे निवेशक उत्तराखंड आने के लिए उत्साहित है।