बीकेटीसी द्वारा आगामी चारधाम यात्रा 2025 की तैयारियों को लेकर व्यापक निरीक्षण अभियान चलाया गया। मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर स्थित मंदिर परिसंपत्तियों, विश्राम गृहों, तथा शोणितपुर (गुप्तकाशी) स्थित संस्कृत महाविद्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को यात्रा पूर्व व्यवस्थाओं को पूरी तरह चाक-चौबंद करने के निर्देश दिए।
बैशाखी के अवसर पर थपलियाल ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ पहुंचे और मद्महेश्वर मंदिर के कपाट खुलने की तिथि निर्धारण कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने तीर्थ पुरोहितों से संवाद कर यात्रा समन्वय की सराहना की और कर्मचारियों के साथ समीक्षा बैठक में व्यवस्थाओं को सुचारू करने के निर्देश दिए।

प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार त्रियुगीनारायण को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए बीकेटीसी द्वारा की जा रही डीपीआर संबंधी कार्यों की प्रगति का भी जायजा लिया गया।
मां बाराही मंदिर (संसारी), मस्ता नारायण कोटि, त्रियुगीनारायण मंदिर, गौरा देवी मंदिर (गौरीकुंड), तप्तकुंड, सोनप्रयाग विश्राम गृह, और संस्कृत महाविद्यालय (गुप्तकाशी) के निरीक्षण के दौरान उन्होंने परिसंपत्तियों के रखरखाव और विकास से जुड़े निर्देश अधिकारियों को दिए।
निरीक्षण दल में बीकेटीसी के सहायक अभियंता गिरीश देवली, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डीएस भुजवाण, संपत्ति निरीक्षक मनीष तिवारी, जेई विपिन कुमार, संस्कृत महाविद्यालय प्रधानाचार्य नित्यानंद पोखरियाल, पुजारी सुशील बेंजवाल, प्रबंधक अजय शर्मा, मठापति परमादत्त गैरोला, प्रबंधक कैलाश बगवाड़ी, माहेश्वर शैव, कुलदीप गैरोला समेत अन्य उपस्थित रहे। संपत्ति लिपिक मनीष तिवारी ने मंदिर समिति की परिसंपत्तियों की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की।