दिनॉक 01 अप्रैल 2023 (शनिवार) – श्री देव भूमि इंस्टीट्यूट आफ एजुकेशन, साइंस एंड टेक्नोलॉजीए पौंधा में सतत् विकास लक्ष्यों 01 अप्रैल से 31 जुलाई 2023 तक चलने वाले शिक्षा की गुणवत्ता व लैंगिक असमानता पर वीर माधो सिंह भंण्डारी विश्वविद्यालय (यू0टी0यू0) के सहयोग से इस कार्यशाला का आयोजन किया गया।
आज इस सत्र का उद्घाट्न संस्था के चैयरमैन श्रीनिवास नौटियाल, निदेशक डॉ0 शिवानन्द पाटिल, डॉ0 अन्जु भट्ट एसोसिएट प्रोफेसर डिग्री कॉलेज, बालकोट (उत्तरकाशी) के सहयोग से सम्पन्न हुआ।
इस दौरान निदेशक डॉ0 शिवानन्द पाटिल ने 17 सतत् विकास लक्ष्यों पर प्रकाश डाला व कार्यशाला में उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं को शिक्षा की गुणवत्ता व लैंगिक असमानता पर जानकारी देते हुए बोले “लड़का हो या लड़की, उनमें किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होना चाहिए।“
एसोसिएट प्रोफेसर डॉ0 अन्जु भट्ट ने लैंगिक असमानता को एक प्रमुख समस्या के रूप में बताते हुए बोली-“शिक्षा पर स्त्री व पुरूष दोनों को समान अधिकार होना चाहिए, कुटुभ में लैंगिक असमानता नहीं होनी चाहिए, महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक तथा राजनैतिक क्षेेत्रों में प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।“
फार्मेसी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर संतोषी शाह व मीनाक्षी ने अपना व्याख्यान देते हुए कहा कि “लैंगिक असमानता सामाजिकए आर्थिक और राजनीतिक प्रगति के बावजूद वर्तमान भारतीय समाज में पितृसत्तात्मक मानसिकता जटिल रूप में व्याप्त हैए महिलाओं को आज भी एक ज़िम्मेदारी समझा जाता है। महिलाओं को सामाजिक और पारिवारिक रुढ़ियों के कारण विकास के कम अवसर मिलते हैंए जिससे उनके व्यक्तित्व का पूर्ण विकास नहीं हो पाता है।श्
अंत में कार्यशाला के संयोजक ने धन्यवाद् प्रस्तूत करते हुए कहा कि यह कार्यशाला 01 अप्रैल से 31 जुलाई तक संचालित कि जा रही है जो कि शिक्षा की गुणवत्ता व लैंगिक असमानता पर छात्र-छात्राओं को जागरूक करेगी जिससे भविष्य में इस प्रकार की समाजिक समस्याओं में कमी आएगी।
इस दौरान संस्था के सभी विभागों शिक्षक, छात्र-छात्राऐं कार्यशाला में मौजूद रहे।