बागेश्वर। जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक लेते हुए सडक महकमे के अधिकारियों को सडक मार्गो के अतिक्रमण पर प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने परिवहन, पुलिस व राजस्व विभाग के अधिकारियों को वाहनों के ओवर लोडिंग, ओवर स्पीड पर पूर्ण प्रतिबंध के लिए नियमित छापेमारी करने के साथ ही रात्रिकालीन चैकिंग अभियान को बढाने के निर्देश दिए।
साथ ही कहा नशे व वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग करने वालों के खिलाफ भी त्वरित कार्रवाई की जाय। उन्होंने खतरा बने पाइप लाईनों के साथ ही विद्युत पोलों को हटाने के निर्देश संबंधित विभागों के अभियंताओं को दिए। उन्होंने एआरटीओ व पुलिस को रात्रि गश्त भी बढाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने जनपद के सभी सडकों का सेफ्टी ऑडिट कराने के निर्देश सडक महकमे के अधिकारियों को दिए।
उन्होंने कहा जिन सड़क मार्गो में यातायात का अधिक दबाव रहता है उनका प्राथमिकता के आधार पर सेफ्टी ऑडिट रिर्पोट तय समय के अंतर्गत कर लिया जाए। इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने सडक महकमों को डिवीजन वार संवेदनशील स्थलों का चिन्हिकरण करते हुए उनमें क्या-क्या सुरक्षात्मक कार्य किए जाने है, सूची उपब्ध कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि यदि सुरक्षात्मक कार्यो के लिए धन की कमी है, तो तुरंत इसकी मांग की जाय। बीआरओ को क्षतिग्रस्त पुलों के प्रस्ताव शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए विगत बैठक में सड़क सुरक्षा को लेकर दिए गए निर्देशो पर हुई कार्यवाही की जानकारी संबंधित अधिकारियों से प्राप्त की।
बैठक के दौरान सचिव सड़क सुरक्षा समिति ईई लोनिवि ने सड़क मार्गो संबंधी जानकारी, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी द्वारा ओवर लोडिंग, ओवर स्पीड के साथ ही बिना हेलमेट, नशे में वाहन चालने व वाहन चलाते समय मोबाइल प्रयोग करने वालों पर की गयी चालानी कार्यवाही से अवगत कराया गय। बैठक में उपजिलाधिकारी मेानिका, पुलिस उपाधीक्षक एसएस राणा, अधि.अभि. पीएमजीएसवाई विजय कृष्ण, जल संस्थान सीएस देवडी, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी हरीश रावल, सहित सडक महकमे के अभियंता व अन्य अधिकारी मौजूद थे।