रुद्रप्रयाग।कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी तीन दिन के प्रवास पर केदारनाथ पहुंचे हैं। राहुल गांधी बाबा केदार की सांयकालीन आरती में भी शामिल हुए। वह शाम 5.30 बजे आरती स्थल पर पहुंचे और हाथ जोड़कर बाबा का ध्यान किया।रविवार को केदारनाथ में राहुल गांधी ने भक्तों को अपने हाथों से चाय पिला कर सबका दिल जीता। वहीं आज सोमवार को राहुल गांधी ने श्रद्धालुओं को भंडारा परोसा। इससे पहले माथे पर चंदन का टीका लगाकर जब राहुल गांधी बाबा के केदार की अरती में शामिल हुए तो उन्हें देखने के लिए समर्थकों की भीड़ जुट गई। इसके बाद उन्होंने अपने हाथों से आरती में शामिल होने आए भक्तों को चाय पिलाई।
इस दौरान प्रशासन व पुलिस की ओर से सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने बताया कि इस दौरान फोटो खींचने की अनुमति नहीं दी गई और सीमित लोग ही आरती में शामिल हुए। वहीं, उन्होंने भक्तों को चाय पिलाकर सेवा भी की। वह दोपहर दो बजे उनके हेलिकॉप्टर ने केदारनाथ स्थित एमआई-26 हेलिपैड पर लैंड किया। यहां पर कांग्रेस के प्रदेश व जिला स्तरीय नेताओं व पदाधिकारियों ने उनका अभिनंदन करते हुए स्वागत किया।
इस मौके पर उनके समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी। राहुल गांधी हेलिपैड से मंदिर तक पैदल ही पहुंचे। इस दौरान वह यात्रियों का अभिवादन करते रहे।हेलिपैड से मंदिर परिसर तक पैदल जाते समय उन्होंने लोगों से गर्मजोशी के साथ भेंट करते हुए हाथ मिलाया। वह मंदिर के समीप ही राजस्थान भवन (काबरा निकेतन) पहुंचे। यहां उनके रात्रि प्रवास की व्यवस्था की गई है। इस दौरान केदारनाथ तीर्थपुरोहित समाज के लोग उनसे मिले।केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने बताया कि सोमवार को तीर्थपुरोहित समाज का एक प्रतिनिधिमंडल कांग्रेस नेता से मुलाकात कर तीर्थपुरोहितों की समस्या पर चर्चा करेगा। इधर, केदारनाथ विस के पूर्व विधायक मनोज रावत ने बताया कि राहुल गांधी के कार्यक्रम को लेकर स्पष्ट जानकारी नहीं है, लेकिन सोमवार को वह केदारनाथ मंदिर में बाबा केदार के दर्शन करेंगे। संभवत: वह भैरवनाथ मंदिर और ध्यान गुफा भी जाएंगे।वर्ष 2015 में 23 अप्रैल को राहुल गांधी गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग की 16 किमी दूरी तय कर केदारनाथ पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने रास्ते में कई यात्रियों और पुनर्निर्माण में जुटे मजदूरों से बातचीत की थी साथ ही उनके बच्चों से भी मिले थे। उस वक्त राहुल ने लिनचोली में रात्रि प्रवास किया था। 24 अप्रैल को वह श्रीकेदारनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर मंदिर में पहुंचे थे और करीब पांच घंटे तक धाम में रहे थे।