देहरादून। गुरु रामदास साहिब का प्रकाश पर्व देहरादून मे श्रद्धा पूर्वक मनाया गया। प्रात: नितनेम के पश्चात हज़ूरी रागी भाई कवरपाल सिंह ने आसा दी वार का शब्द “बैठा सोढ़ी पातिसाह रामदास सतगुरु कहावै” का गायन किया एवं बावा परिवार के द्वारा रखे गये श्री अखण्ड पाठ साहिब के भोग डाले गए। विशेष रूप दिल्ली से आए हुए भाई रविन्द्र सिंह अखंड कीर्तनी जत्थे ने ‘धन धन रामदास गुर जिनि सिरिया तीने सवारिया’ व ‘इक अरदास भाट कीरति की गुरु रामदास राखह सरणाई’ का शब्द गायन किया।
गुरुद्वारा साहिब जी के हैंड ग्रंथी भाई शमशेर सिंह ने कहा कि गुरु रामदास साहिब ने हमें हमेशा चडदीकला में जीना सिखाया, गुरु साहिब जी का सारा जीवन सेवा भावना व गुरु साहिब जी को समर्पित वाला रहा। गुरु जी ने 30 रागों व 8 वारों में बानी लिखी। बानी पढ़ने से मनुष्य को परमात्मा के दर्शन होते हैं। हैंड ग्रंथी भाई शमशेर सिंह ने सरबत के भले के लिए अरदास की। प्रधान गुरबख्श सिंह राजन व जनरल सेक्रेटरी गुलज़ार सिंह द्वारा संगतों को गुरु रामदास साहिब के प्रकाश पर्व की बधाई दी।
बावा परिवार को सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया गया। मंच का संचालन सेवा सिंह मठारु ने किया। कार्यक्रम के पश्चात संगत ने गुरु का लंगर व प्रशाद ग्रहण किया। इस अवसर पर सरदार गुरबख्श सिंह राजन अध्यक्ष, गुलज़ार सिंह महासचिव, चरणजीत सिंह उपाध्यक्ष, सेवा सिंह मठारु, मंजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह जौली, राजिंदर सिंह राजा, गुरबचन सिंह रैना, अविनाश सिंह, अरविंदर सिंह आदि उपस्थित रहे।