लगभग 40 प्रतिशत ज्यादा पैदावार के साथ किसानों को मिला ज्यादा लाभ
Dehradun News: ओर्बिया बिज़नेस एवं प्रेसिज़न कृषि समाधानों में वैश्विक लीडर, Netafim Company, Better life Farming के तहत शिवपुरी के किसानों को कृषि इनपुट पर ज्यादा खर्च किए बिना टमाटर की पैदावार बढ़ाने तथा कुल आमदनी में वृद्धि करने में मदद कर रहा है। इस अभियान के अंतर्गत जिल्हा के किसानों को Drip Irrigation टेक्नॉलॉजी अपनाने का प्रोत्साहन दिया जा रहा है। शिवपुरी जिले के खजूरी, कोलारस और पोहारी क्षेत्र में मौजूद चार बैटर लाईफ फार्मिंग (बीएलएफ) केंद्रों द्वारा ड्रिप इरिगेशन प्रणाली को किसानों के लिये उपलब्ध कराया जा रहा है । नेटाफिम ने अब तक शिवपुरी जिले में 1,600 हेक्टेयर जमीन में ड्रिप इरिगेशन प्रणाली कार्यान्वित की है। यह देखा गया है की शिवपुरी जिले में जो किसान बिना ड्रिप इरिगेशन के 20 टन की पैदावार और केवल 1 लाख से 1.2 लाख कुल आय प्राप्त करता था, वह अब इस आधुनिक टेक्नोलॉजी के सहायता से प्रति एकड़ ~30 टन की पैदावार करते हुए 1.5 लाख से 2.5 लाख रुपये की कुल आमदनी कमा पा रहा है।
![Dev Bhoomi Samiksha Dehradun News: Netafim Drip Irrigation प्रणाली ने टमाटर खेती में लाई क्रांति -](https://devbhoomisamiksha.com/wp-content/uploads/cwv-webp-images/2023/07/WhatsApp-Image-2023-07-19-at-15.24.26-1.jpeg.webp)
मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में 10 लाख हेक्टेयर की कुल उपलब्ध भूमि में से 4 लाख हेक्टेयर पर खेती की जाती है। यह जिला मध्य प्रदेश में मुख्य टमाटर उत्पादकों में से एक है। पारंपरिक तौर पर , जिले के किसान कुल 8,145 हेक्टेयर जमीन में 2.5 लाख मीट्रिक टन टमाटर उगाते हैं। टमाटर के लिए मशहूर होने के बावजूद तथा अक्सर बाजारों में टमाटर के अच्छे मूल्य होने पर भी, शिवपुरी के छोटे किसानों को टमाटर की फसलों की बेहतर पैदावार के लिए काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसके सबसे बड़े कारणों में से एक टमाटर की खेती में फ्लड इरिगेशन का उपयोग है, जिससे कृषि इनपुट का खर्च बढ़ जाता है, उर्वरक की बर्बादी अधिक होती है और खरपतवार की मात्रा बढ़ने की अधिक संभावना होती है। इसके अतिरिक्त किसानों को एक समान आकार की फसल प्राप्त करने में भी कठिनाईओं का सामना करना पड़ता है। टमाटर की खेती में काफी ज्यादा पानी लगता है, खासकर पौधा लगाने के तुरंत बाद, ताकि उत्पादन की प्रक्रिया में वह अपनी पूरी क्षमता तक पहुँच सके। इस जरूरत को drip irrigation model टेक्नॉलॉजी अच्छी तरह से पूरा करता है, इसी कारण, जिल्हे के किसानों को अधिक पैदावार के साथ अपने आर्थिक वृद्धि हेतु इस टेक्नोलॉजी को अपनाने के लिए ग्लोबल बीएलएफ अलायंस पार्टनर, नेटाफिम अधिक से अधिक प्रोत्साहित कर रही है |
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महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, गुजरात में टमाटर के खेतों में drip irrigation के सफल model को दोहराते हुए और खेती का एक अनुकूल वातावरण बनाने के लिए नेटाफिम लगातार जिले भर में drip irrigation model प्रणाली लागू करने का सतत प्रयास कर रहा है। ड्रिप इरिगेशन में पानी और पोषक तत्वों की नपी तुली मात्रा सही समय पर सीधे जड़ों तक पहुँचती है, जिससे किसानों को इनपुट की लागत में 25 प्रतिशत की कमी लाने और ज्यादा से ज्यादा लाभ अर्जित करने में मदद मिलती है। ड्रिप इरिगेशन द्वारा पोषक तत्व सीधे जड़ों में पहुँचते हैं, जिससे अनावश्यक बर्बादी और लागत में कमी आती है।
किसानों की सुविधा के लिए कस्टमाईज़ेशन के साथ साथ सहूलियत के लिए, कंपनी ने अपने इनोवेटिव फ्लेक्सनेट पोर्टेबल drip irrigation kit को उपलब्ध करवाया है। यह किट 1 बीघे के छोटे भूखंड तथा बड़े खेतों के लिए भी उपलब्ध है। यह ड्रिप किट बक्से में आता है और सुविधाजनक एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है। किसान बिना किसी तकनीकी सहायता और श्रमिक के बगैर स्थापित कर सकते हैं। यह किट अनेक विशेषताएं प्रदान करती है। किसान द्वारा टमाटर की कटाई कर लेने के बाद किट के सब-मेन पाईप का उपयोग गेहूँ में फरो इरिगेशन के लिए भी किया जा सकता है। कंपनी के प्रयासों एवं अत्याधुनिक सूक्ष्म-सिंचाई समाधानों से किसानों का समुदाय खेती की विधि में सुधार लाने, बेहतर उत्पादकता और लाभ अर्जित करने में ओर अधिक सामर्थ्यवान हो रहे है।
इस सफलता के बारे में श्री अमित महेश्वरी, हेड, बिज़नेस डेवलपमेंट, नेटाफिम ने कहा, Better life farming केंद्रों द्वारा शिवपुरी में टमाटर उत्पादकों को उच्च गुणवत्ता के कृषि इनपुट, वित्तपोषण और तकनीकी सहायता उपलब्ध कराए गए हैं। इस समय किसानों द्वारा कृषि इनपुट के सर्वोत्तम इस्तेमाल पर केंद्रित होकर टमाटर की फसल कटाई का समय निर्धारित करना जरूरी है, जो केवल ड्रिप इरिगेशन टेक्नॉलॉजी अपनाकर ही किया जा सकता है। हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि यह टेक्नॉलॉजी अब हमारे केंद्रों पर बहुत आसानी से उपलब्ध है। आने वाले समय में बैटर लाईफ फार्मिंग केंद्र नेटाफिम की विशेषज्ञता के साथ कृषि के परिदृश्य में परिवर्तन लाने में मुख्य भूमिका निभाएंगे और जिले में एक सस्टेनेबल व समृद्ध खेती का परिवेश स्थापित करेंगे।’’
मध्य प्रदेश में बीएलएफ के 65 केंद्र हैं और यह लगातार बढ़ रहे हैं। अपने केंद्रों के माध्यम से Better life farming का सफल गठबंधन, खेती के समग्र समाधान प्रदान करता है, जिनमें गहरे ग्रामीण इलाकों में उच्च गुणवत्ता के कृषि इनपुट, सर्वश्रेष्ठ बीज, और अत्याधुनिक माईक्रो-इरिगेशन टेक्नॉलॉजी शामिल हैं।