दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित कंवेन्शन सेंटर में केंद्रीय मंत्रिपरिषद की करीब 4 घंटे तक चली बैठक में PM Narendra Modi ने वर्ष 2024 नहीं, बल्कि 2047 पर फोकस करने की बात कही। इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। प्रधानमंत्री के अलावा इसमें गृह मंत्री अमित शाह और कैबिनेट के अन्य मंत्री मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक, मंत्रिपरिषद की बैठक में वित्त सचिव का भी एक प्रजेंटेशन हुआ। इसमें उन्होंने बताया कि 2047 तक भारत किस तरह एक प्रमुख आर्थिक शक्ति बन कर उभरेगा। सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी ने कहा कि 2024 की तरफ नहीं देखे, 2047 की तरफ देखते हुए काम कीजिए। अगले 25 साल में यानी 2047 तक बहुत कुछ बदल जाएगा। शिक्षित लोगों की एक नई फ़ौज तैयार हो जायेंगी. भारत हर क्षेत्र में नई टेक्नोलॉजी लैस होगा।
सांसदों को दिया ये मंत्र
Modi cabinet ने करीब 35 मिनट तक मंत्रिपरिषद की बैठक को संबोधित किया। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान उन्होंने मंत्रियों से चुनावी वर्ष में जमकर मेहनत करने की सलाह दी। पीएम ने कहा कि अगले नौ महीने जनता के बीच जाएं और सरकार के नौ साल के काम के बारे में लोगों को बताएं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार की नीतियों और फैसलों को सही तरीके से कार्यान्वित करना बेहद जरूरी है। पीएम मोदी ने कहा कि संसद का मॉनसून सत्र पुराने संसद भवन में ही होगा।
कई मंत्रालयों ने दिया प्रेजेंटेशन
बैठक में कई विभागों के सचिवों ने अपने विभाग के कामकाज के बारे में प्रजेंटेशन दिया। विदेश सचिव ने पीएम नरेंद्र मोदी के विदेश दौरों पर प्रजेंटेशन दिया। रक्षा सचिव ने रक्षा मंत्रालय से जुड़े महत्वपूर्ण मामलों पर मंत्रियों के सामने तथ्य रखे। रेलवे सचिव ने रेलवे मंत्रालय पर तथ्य पेश किए। सड़क परिवहन मंत्रालय के सचिव ने भी प्रजेंटेशन दिया। इन सभी मंत्रालयों ने 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने के रोड मैप पर प्रजेंटेशन दिया।
दो साल से Modi cabinet में नहीं हुआ बड़ा बदलाव
बता दें कि पिछले करीब दो साल से मोदी कैबिनेट में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। हालांकि, मई 2023 में केंद्र सरकार ने कानून मंत्री किरेन रिजिजू को पद से हटा दिया था और अर्जुन राम मेघवाल को कानून मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई। इससे पहले जुलाई 2021 में मोदी सरकार ने 12 मंत्रियों को हटा दिया था और 17 नए मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
मंत्रियों से मांगा गया कामकाज का ब्योरा
मंत्रिपरिषद की बैठक में अगले 25 साल में इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में भारत की जरूरतों को ध्यान में रखकर आगे किस तरह से तिगत पहल की जाए, इस पर विस्तार से चर्चा हुई। सभी मंत्रियों से उनके काम का ब्योरा मांगा गया। बैठक में इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े मंत्रालयों के कामकाज की समीक्षा की गई। पीएम मोदी ने कहा कि हम इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास को इकोनॉमी के लिए प्रेरक शक्ति मानते हैं। भारत इस रास्ते पर चलकर वर्ष 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य हासिल कर लेगा।
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