- कोड क्रैक कर ‘द ऐस स्कवॉड’ ने मारी बाज़ी
आविष्कार और सृजनात्मकता के मैदान ‘हैकथॉन’ में तकनीकी खिलाड़ियों के हुनर का जमकर जादू चला। मौक़ा था देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में आयोजित राष्ट्रीय लाक्षागृह टैक ‘हैकथॉन’ का, जिसमें विभिन्न विश्वविद्यालयों की टीमों ने कोड क्रैकिंग में एक दूसरे को कड़ी टक्कर दी और आखिर में विजेताओं को 50 हज़ार रुपये की धनराशि प्रदान की गयी।
देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड कंप्यूटिंग द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रीय लाक्षागृह हैकथॉन प्रतियोगिता आयोजित की गयी, जिसका उद्देश्य चुनौतीपूर्ण माहौल में छात्रों के तकनीकी हुनर को परखना था, ताकि वो अपनी तकनीकी सोच को बेहतर ढंग से प्रस्तुत कर सकें। साथ ही, टीम भावना के साथ समस्याओं से निपटने का समाधान ढूंढ सकें| इस दौरान लगभग 50 टीमों ने हिस्सा लिया, जिनमें देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी की बीटेक सीएसई की सुहेल, रमन, मानवी, मंथन की टीम ‘द ऐस स्कवॉड’ ने सभी को पछाड़ते हुए पहला स्थान क़ब्ज़ाया और 21 हज़ार रुपये की पुरस्कार राशि अपने नाम की। वहीं, तोरन, निश्चल, भानु और प्रियांशु की टीम ‘द गोल्डन रेशियो’ ने दूसरा स्थान हासिल कर सात हज़ार रुपये और मानव, अक्षत और आशीष की टीम ‘कोड क्राफ्टर’ ने तीसरा स्थान हासिल कर तीन हज़ार रुपये की पुरस्कार राशि प्राप्त की। इसके अलावा आदिश, हर्षित, दिया और प्राची की टीम ‘द फिनिशर्स’ और प्रभात, अन्वी, आदर्श और आदित्य की टीम ‘मेवरिक्स’ ने क्रमशः चौथा और पांचवां स्थान हासिल कर सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया।
इस मौके पर विश्वविद्यालय उपाध्यक्ष अमन बंसल ने सभी विजेता छात्रों को पुरस्कृत करते हुए कहा कि हमारा उद्देश्य छात्रों को उद्योगपरक शिक्षा से रूबरू करवाना है। इसी क्रम में लाक्षागृह टैक ‘हैकथॉन’ एक महत्वपूर्ण मंच है, जो छात्रों को चुनौतियों से लड़कर लक्ष्य हासिल करने में मदद करता है। वहीं, डीन स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड कंप्यूटिंग डॉ रितिका मेहरा ने छात्रों के प्रयास को सराहते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस मौके पर गोविन्द सिंह पंवार, मुकेश राजपूत सहित छात्र व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे|