देहरादून । आज लखवाड़ बांध प्रभावित क्षेत्र sc-st जन कल्याण समिति की एक आवश्यक बैठक समिति के अध्यक्ष जगमोहन सिंह चौहान एवं चेयरमैन कृषि उत्पादन मंडी समिति चकराता की अध्यक्षता में लखवार मंदिर की धर्मशाला में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न सर्वगीय अटल बिहारी बाजपेई जी के जन्म दिन पर उनको श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए बांध प्रभावित गांवो के सैकड़ों किसानों ने प्रतिभाग किया। उपस्थित जन समुदाय ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए इसमें मंडी अध्यक्ष जगमोहन सिंह चौहान, समिति के महामंत्री ई. स्वराज सिंह तोमर, कालसी ब्लॉक के पूर्व जेस्ट प्रमुख भजन सिंह तोमर, शूरवीर सिंह लक्सयार, चंदन सिंह रावत, पूर्व फौजी भगत सिंह तोमर, समिति के उपाध्यक्ष सुरेंद्र प्रताप सिंह, रूद्र सिंह लखवार, संदीप सिंह तोमर दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
भजन सिंह तोमर ने अटल बिहारी बाजपेई जी की उपलब्धियों से उपस्थित जन समुदाय को अवगत करवाया उन्होंने बताया कि नदी जोड़ो अभियान, प्रधानमंत्री सड़क परियोजना, परमाणु परीक्षण जैसे साहसिक कार्य देश हित में किए इसको हम और हमारी आने वाली पीढ़ी कभी नहीं भुला सकती।
श्र
जगमोहन सिंह चौहान ने बताया कि सन 1924 में अटल जी का जन्म हुआ था वह जीवन भर अपने नाम के अनुरूप ही अटल रहे, एक बार केंद्र में मात्र 1 वोट से सत्ता से दूर रहने पर भी उन्होंने कोई जोड़-तोड़ करके सरकार नहीं बनाई अटल जी का कहना था कि सत्ता तो आती जाती रहती है। जब जनता जनार्दन हमें पूर्ण बहुमत देगी तो हम सरकार बनाएंगे उन्होंने सन 1990 में भाजपा की शुरुआत की थी और उसके बाद अपने दम पर तीन बार सिद्धांतों की राजनीति करते हुए सरकार बनाई, स्वर्ण चतुर्भुज सड़क योजना, गुड गवर्नेंस, स्वच्छ प्रशासन, सुशासन अटल जी ने जमीन पर उतारा था, उनकी उन सपनों को और रीति नीति को आज मोदी जी आगे बढ़ा रहे हैं अंत में उन्होंने कहा कि हमारी सच्ची श्रद्धांजलि अटल जी को यही होगी कि हम उनके किए गए कार्यों को याद करें और उन पर चलें, अटल जी आज हमारी यादों में है और जब तक यह दुनिया रहेगी तब तक वह हमारी यादों में रहेंगे।
लखवाड़ बांध प्रभावित क्षेत्र sc-st जन कल्याण समिति की बैठक में मुख्य रूप से उपस्थित बांध प्रभावितों ने सबसे पहले प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी का धन्यवाद प्रस्ताव पास किया जिसमें उन्हें धन्यवाद दिया गया कि उन्होंने बांध प्रभावितों की इच्छाओं के अनुरूप l&t कंपनी के डाले गए एकमात्र टेंडर को कैबिनेट की मीटिंग में पास करके हमारे ऊपर बहुत बड़ा आभार किया है इसके लिए श्री जगमोहन सिंह जी ने सब का हार्दिक धन्यवाद दीया।
इसके बाद समस्त बांध प्रभावितों ने सरकार से मांग की है कि परिवारों की गणना सन 2013 के स्थान पर सन 2023 में पंचायत रजिस्टर के अनुसार की जाए तथा 2013 की बांध प्रभावितों के लिए बनाई गई नीति को अब पुनः बनाई जाए तथा पुराने रेटो के स्थान पर आज के बाजार भाव के अनुसार नये रेट सरकार को बनाने चाहिए।
वर्षा काल में जल विद्युत निगम द्वारा जो वर्ग 4 की भूमि का सर्वे किया गया था उसको दोबारा किया जाए क्योंकि उसमें बहुत सी कमियां थी इसलिए क्षेत्र के काश्तकारों ने अपना विरोध प्रकट किया था जिस पर विधायक विकास नगर मा. मुन्ना सिंह चौहान एवं जिले के प्रभारी मंत्री मा. सुबोध उनियाल जी ने जिलाधिकारी को तथा ईडी उत्तराखंड जल विद्युत निगम को इस सर्वे को रोक करके बरसात के बात करने के लिखित में आदेश दिए थे।
इस बैठक में बांध प्रभावितों ने यह मांग भी रखी कि जिन परिसंपत्तियों का मुआवजा नहीं मिला है और कुछ संपत्तियों का अधिग्रहण नहीं किया गया उनका और नई अधिग्रहण की जाने वाली भूमि का अधिग्रहण शीघ्र से शीघ्र किया जाए।
समिति के सक्रिय सदस्य श्री शूरवीर सिंह लक्सयार ने समिति के अध्यक्ष से मांग की है की समस्त समस्याओं का एक ज्ञापन एसडीएम कालसी के माध्यम से जिलाधिकारी के मार्फत सरकार को भेजा जाए।
समिति के महामंत्री स्वराज सिंह तोमर विस्तार से अब तक समिति द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी उपस्थित प्रभावित परिवारों को दी और उनसे आग्रह किया कि आप अपनी समस्याओं को समिति के सामने रखें।
बैठक के अंत में बैठक का समापन करते हुए समिति के अध्यक्ष जगमोहन सिंह ने कहा कि हम सरकार से मांग करेंगे कि लखवाड़ बांध की जो नई नीति बनी है उसको जमरानी बांध परियोजना की तरह बनाने के लिए सरकार से वह मांग करेंगे क्योंकि दोनों परिजनों में 90 परसेंट पैसा केंद्र सरकार दे रही है और 10 परसेंट राज्य सरकार इसलिए दोनों परियोजनाएं एक जैसी हैं उन्होंने आशा व्यक्त की कि सरकार हमारी मांग को अवश्य पूरा करेगी।
आज की सभा में डीएवी कॉलेज के पूर्व अध्यक्ष अजय नेगी, पत्रकार एवं समिति के सचिव नरेंद्र तोमर, पूर्व जेस्ट प्रमुख भजन सिंह तोमर, संदीप तोमर, मीडिया प्रमुख सुशील दयाल, नरेश तोमर, फौजी भगत सिंह रावत, खुशीराम नौटियाल आदि उपस्थित थे।