प्रदेश में डेंगू के बाद अब आई फ्लू संक्रमण के मामले तेजी से बड़े रहे हैं। अस्पतालों में ओपीडी में आई फ्लू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। वहीं, चार जिलों में 102 डेंगू के मामले भी सामने आ चुके हैं। इसमें देहरादून जिले में सर्वाधिक 94 मामलों में डेंगू की पुष्टी हुई हैं।
विज्ञान की नजर से क्या है आई फ्यू?
आई फ्यू यानी कंजंक्टिवाइटिस को Pink Eye के रूप में भी जाना जाता है। यह एक संक्रमण है, जो कंजंक्टिवा की सूजन का कारण बनता है। कंजंक्टिवा क्लियर लेयर होती है, जो आंख के सफेद भाग और पलकों की आंतरिक परत को कवर करती है। मानसून के दौरान, कम तापमान और हाई ह्यूमिडिटी के कारण, लोग बैक्टीरिया, वायरस और एलर्जी के संपर्क में आते हैं, जो एलर्जिक रिएक्शन्स और आई इंफेक्शन जैसे कंजंक्टिवाइटिस का कारण बनते हैं।
आई फ्लू के क्या लक्षण हाते हैं
- आँखों में लालपन होना।
- आँखों में सूजन होना।
- आँखों में तेज व लगातार खुजली होना।
- आँखों में तेल जलन का होना।
- आँखों में रोशनी के प्रति संवेदनशीलता।
- आँखों सेें सफेद चिपचिपा पदार्थ निकलना।
- आँखों से सामान्य से अधिक आंसू आना।
Eye Flu के पीड़ित मरीजों को घबराने की आवश्यकता नहीं
जिसमें डेंगू के संदिग्ध लक्षण वाले मरीजों की एलाइजा जांच, अस्पतालों में अलग से आईसोलेशन वार्ड, मरीज के आसपास 50 घरों में स्क्रीनिंग, फॉगिंग और जन जागरूकता के लिए अभियान चलाने को कहा गया। वहीं, अब आई फ्लू के मामले बढ़ने लगे हैं।
Eye Flu in dehradun स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ0 विनीता शाह ने बताया कि बरसात के मौसम में आई फ्लू के मामले आ रहे हैं। इससे मरीजों को ड़रने की जरूरत नहीं है। संक्रमण से बचने के लिए सावधानी और साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना होगा। आई फ्लू मरीजों को उपचार के लिए सभी जिलों को आवश्यक दिशानिर्देश दिए जाएंगे।