देहरादून। सरकारी स्कूलों के छात्रों की स्किल डवलेपमेंट के लिए ज्योतिस्वर्णिम वेलफेयर सोसाइटी, द एलीट एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी, एनरोल मी नाउ, ऑस्किल इंटरनेशनल होटल स्कूल और एलियन पैराडॉक्स टेक्नोलॉजीज एलएलपी ने संयुक्त प्रयासों से एक शानदार पहल की शुरूआत की है।
जिसके तहत देहरादून के प्राइमरी स्कूल चंदचकचौक, दौड़वाला, मोथरोवाला, माजरा और एसजीआरआर इंटर कॉलेज, मोथरोवाला के छात्रों को सॉफ्ट स्किल प्रशिक्षण प्रदान किया गया। सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग प्रोग्राम विभिन्न स्कूलों में आयोजित किया गया, जिसमें कक्षा 5 और 12 दोनों के छात्रों को शामिल किया गया। इसका प्राथमिक लक्ष्य युवा दिमागों की नवीन क्षमता का पोषण करना और उन्हें उनके भविष्य के प्रयासों के लिए आवश्यक कौशल से लैस करना था। कार्यक्रम का नेतृत्व एलियन पैराडॉक्स टेक्नोलॉजीज एलएलपी के मुख्य प्रबंध निदेशक विवेक कुमार शर्मा ने किया। सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग कार्यक्रम में छात्रों ने पूरे उत्साह के साथ प्रतिभाग किया।
प्रशिक्षण के दौरान स्व-संचालित तकनीकी परियोजनाओं के बारे में भी बताया गया। उन्होंने कहा कि छात्र अपने समस्या-समाधान कौशल विकसित करना और नवाचार को अपनाना जारी रखेंगे, वे निस्संदेह प्रौद्योगिकी और समाज के लगातार विकसित हो रहे परिदृश्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
ज्योतिस्वर्णिम वेलफेयर सोसाइटी की अध्यक्ष ज्योति ने इस नए एआई-संचालित युग में चुनौतियों और अवसरों के लिए युवाओं को मानसिक रूप से तैयार करने के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि हम एआई के इस नए युग में प्रवेश कर रहे हैं जिसके लिए समाज को विशेषकर युवा वर्ग को नवीनतम जानकारियां देना बेहद जरूरी है। द एलीट एजुकेशनल वेलफेयर सोसाइटी की अध्यक्ष पुष्पा नेगी ने बदलती दुनिया में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए बच्चों को आवश्यक कौशल से लैस करने की आवश्यकता पर बल दिया। एनरोल मी नाउ की निदेशक विनीता नौडियाल ने प्रतिभा को जल्दी पोषित करने पर अपने विचार साझा किए, जिसका लक्ष्य छात्रों को एक विकसित दुनिया में सफल होने के लिए आवश्यक उपकरण प्रदान करना है।
ऑस्किल इंटरनेशनल होटल स्कूल के मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव कमल सिंह बिष्ट ने बच्चों का सही मार्गदर्शन के बारे में अपनी बात रखी। ज्योतिस्वर्णिम वेलफेयर सोसाइटी, द एलीट एजुकेशनल वेलफेयर सोसाइटी, एनरोल मी नाउ, ऑसस्किल इंटरनेशनल होटल स्कूल और एलियन पैराडॉक्स टेक्नोलॉजीज एलएलपी सहित ये संगठन शिक्षा, प्रशिक्षण और डिजिटल साक्षरता के विभिन्न पहलुओं के लिए समर्पित हैं।