राजस्थान- देश के पीएम नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता इस कदर है कि इसका अनुमान लगाना बहुत मुश्किल है . चाहे देश में हो विदेश में फिहलाल ताजा खबर सामने आ रही है न्यूज सूत्रों के अनुसारपीएम नरेंद्र मोदी ”मन की बात” एपिसोड को शानदार, जानदार और लाजवाब बताते हुये एक दूल्हा बने ऋषभ ने कुछ देर के लिये अपनी शादी की रस्मों को टाल दिया। उसका कहना था कि PM मोदी की ”मन की बात” कार्यक्रम को लगातार सुनते आ रहे हैं। आज का एपीसोड बहुत खास है। एपीसोड का आज 100 वां दिन है। शादी समारोह में दूल्हे ने यह डिमांड रख दी कि पहले सब PM मोदी की ”मन की बात” को सुना जाये। दूल्हे के इस डिमांड को पूरा किया गया। बड़ी से LED स्क्रीन का इंतजाम किया गया। फिर शादी में आये तमाम लोगों ने दूल्हा-दुल्हन के शादी ”मन की बात” सुनी। इसके बाद ही शादी की बची हुई रस्मों का पूरा किया गया। यह वाकया राजस्थान के भीलवाड़ा से उछलकर सामने आया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भीलवाड़ा के एक रिसोर्ट में ऋषभ की शादी हो रही थी। अचानक ऋषभ ने एक शर्त रख दी। उसकी शर्त को सुन शुरू में सभी लोग हैरान हो गये, पर तुरंत मान भी गये। बाराती-शराती और जुटे सारे नाते-रिश्तेदारों ने PM मोदी की मन की बात को सुना। ऋषभ ने लोगों से कहा कि उसने कभी PM मोदी की ”मन की बात” एपिसोड को मिस नहीं किया है, आज 100 वां एपिसोड था, वहीं शादी की रस्में भी निभानी थी। वो किसी भी हालत में इस खास एपिसोड को मिस नहीं करना चाहता था। वहीं ऋषभ की नई नवेली दुल्हन ने PM की बात हर किसी के पास पहुंचती है, लोगों उनकी बातों को फॉलो भी करते हैं। ”मन की बात” सुनने में वाकई में बहुत अच्छा लगा। ”मन की बात” के 100 एपिसोड पूरे हो गये। लाइव प्रसारण की खातिर पूरे देश में बूथ स्तर पर 4 लाख सेंटर बनाये गये थे। PM मोदी ने ”मन की बात” में ”चरैवेति चरैवेति चरैवेति यानी चलते रहो-चलते रहो-चलते रहो” की बात कही।
उन्होंने कहा कि आज हम इसी चरैवेति चरैवेति की भावना के साथ ‘मन की बात’ का 100वां एपिसोड पूरा कर रहे हैं। हर एपिसोड में देशवासियों के सेवा और सामर्थ्य ने दूसरों को प्रेरणा दी है। PM मोदी ने कहा कि ”मन की बात” का हर एपिसोड अगले एपिसोड के लिए जमीन तैयार करता है। ”मन की बात” हमेशा सद्भावना, सेवा-भावना और कर्तव्य-भावना से ही आगे बढ़ा है। उन्हें अटूट विश्वास है कि सामूहिक प्रयास से बड़े से बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। वहीं,जी-20 की अध्यक्षता भी कर रहे हैं। यह भी एक वजह है कि एजुकेशन के साथ-साथ डाइवर्स ग्लोबल कल्चर्स को समृद्ध करने के लिए हमारा संकल्प और मजबूत हुआ है।