देहरादून। कोतवाली डालनवाला क्षेत्र में डीएवी पीजी कालेज के पीछे की दीवार गिरने से हुई युवती की मृत्यु के संबंध में कॉलेज प्रशासन की लापरवाही पर अभियोग पंजीकृत किया गया हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गत सांय समय करीब 08: 30 बजे डीएवी पीजी कालेज के पीछे की दीवार अचानक सडक की तरफ ढह गयी, जिसकी चपेट में आने से वहां से गुजर रहे एक युवक रघुवीर तोमर तथा युवती सुशमिता तोमर गम्भीर रूप से घायल हो गये। जिन्हें मौके पर उपस्थित अन्य राहगीरों द्वारा मलबे से निकालकर उपचार के लिये नजदीकी चिकित्सालय ले जाया गया। जहां कु. सुशमिता को चिकित्सकों द्वारा मृत घोषित किया गया। घटना में रघुवीर तोमर निवासी गोगडिया ग्राम व पोस्ट कोटा तपलाड, चकराता देहरादून जो कि मृतका के भाई हैं, गम्भीर रूप से घायल हो गये। घटना के सम्बन्ध में मृतका के भाई द्वारा कालेज प्रशासन की लापरवाही के कारण उक्त घटना के घटित होने के सम्बन्ध में एक तहरीर थाना डालनवाला पुलिस को दी गई, जिस पर डीएवी कालेज प्रशासन के विरूद्ध मुकदमा अपराध सख्या 239 धारा 304 ए, 336 भादवि का अभियोग पंजीकृत किया गया। मृतक युवती मूल रूप से चकराता की रहने वाली है जिसकी हाल ही में नियुक्ति कनिष्ठ सहायक डिग्री कालेज पुरोला के पद पर हुई थी। कोतवाली डालनवाला पुलिस द्वारा प्रकरण की जांच की जा रही है।
गौरतलब हैं की पुलिस के मुताबिक सुषमिता तोमर पुरोला डिग्री कॉलेज में कनिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत थीं। हाल ही में उसकी नौकरी लगी थी। उसका भाई रघुवीर तोमर देहरादून में डीएवी में पढ़ता है। करनपुर क्षेत्र में ही कमरा लेकर रह रहा है। सुषमिता अपने भाई के यहां आई हुई थी। रात करीब साढ़े आठ बजे के करीब भाई-बहन करनपुर घूमने आए थे।
पैदल अपने कमरे की तरफ जा रहे थे तभी डीएवी कॉलेज की बैक वाली दीवार भरभरा कर गिर गई। दोनों इसकी चपेट में आ गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टर ने सषमिता को मृत घोषित कर दिया। रघुवीर तोमर का इलाज चल रहा है। वह भी गंभीर रूप से घायल है। इंस्पेक्टर कोतवाली डालनवाला राजेश शाह ने बताया कि दीवार काफी पुरानी थी। मृतका के परिजनों को सूचित कर दिया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रख दिया गया है। दीवार गिरने से हुई लड़की की मौत पर एनआईसीयू, आर्यन व एबीवीपी छात्रसंगठन से जुड़े छात्रों ने देर रात डीएवी कॉलेज में जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने प्राचार्य कार्लायल और मुख्य गेट के आगे नारेबाजी करते हुए प्राचार्य से इस्तीफे की मांग की।
छात्रों ने कहा, करीब डेढ़ महीने पहले ही कॉलेज प्रशासन को दीवार की हालत के बारे में बताया गया था। दीवार हादसे का कारण न बने इसके लिए छात्र समय रहते उसकी मरम्मत कराने की मांग कर रहे थे। लेकिन कॉलेज प्रशासन ने छात्रों की मांगों को अनदेखा करने का काम किया।
यही वजह है कि कॉलेज प्रशासन की घोर लापरवाही की वजह से लड़की की मौत हो गई। छात्रों ने चेतावनी देते हुए कहा, इस संबंध में संबंधित शिक्षकों व अधिकरियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं की गई या प्राचार्य की ओर से इस्तीफा नहीं दिया गया तो वह उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।