देहरादून 3 सितंबर। भाजपा ने राजस्थान में सरेआम एक आदिवासी महिला को निर्वस्त्र घुमाने की घटना को शर्मनाक बताते हुए इसे कांग्रेस सरकारों का मातृ शक्ति मॉडल की पोल खोलने वाला बताया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इसे मानवता को शर्मशार करने वाली घटना बताया और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग प्रदेश मे कानून व्यवस्था को लेकर झूठे आरोप प्रत्यारोप के जरिये प्रदेश की छवि खराब करने का प्रयास कर रहे हैं उन्हे राजस्थान को महिला अपराधों के लिए सुरक्षित स्थान बनाने पर शर्मिंदगी कब होगी।
भट्ट ने कहा कि राज्य की धामी सरकार ने सभी अपराधिक घटनाओं पर कठोर कार्यवाही की है जिस पर न्यायालय और जनता दोनों ने संतुष्टि जताई है। लेकिन राजस्थान में कांग्रेस शासित मुख्यमंत्री इसे परिवार का मसला बताकर इस पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं। उनकी महिला अपराधों को लेकर संवेदनशीलता और गैरजिम्मेदाराना सोच इससे से पता चलती है जब वह सदन के अंदर कहते हैं कि बलात्कार के अधिकांश मामले फर्जी होते हैं और तो और इनके मंत्री कहते हैं कि राजस्थान मर्दों का है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि समूची मातृ शक्ति के अपमान की इस शर्मनाक घटना को लेकर कांग्रेस सरकार का रवैया ठीक वैसा ही है जैसा 2014 में हल्द्वानी की मासूम बच्ची परी के दरिंदगों को पकड़ने के दौरान उनकी सरकार का रहा। तत्कालीन कांग्रेस सरकार का रवैया बेहद पीड़ादायक था कि और इस घटना की एफआईआर भी लगातार जनांदोलन के बाद लिखी गयी। आरोपियों को गिरफ्तार करने में लंबा समय जाया किया। आज महिलाओं के साथ इसी तरह के जघन्य अपराध बंगाल, छत्तीसगढ़ में भी लगातार हो रहे हैं, लेकिन राहुल गांधी समेत इनके किसी प्रदेश नेता को कोई पश्चाताप नही होता। वहीं कानून व्यवस्था को लेकर अनर्गल और झूठे आरोप लगाकर राज्य की छवि खराब करने की होड़ प्रदेश कांग्रेस नेताओं में लगी रहती है। बेहतर होगा कि मोहब्बत की दुकान खोलने का दावा करने वालों को राजस्थान में महिला अपराधों की होलसेल लगाने पर शर्मिंदा होना चाहिए और तत्काल अपने मुख्यमंत्री गहलोत का इस्तीफा लेना चाहिए।