देहरादून 4 अक्तूबर। भाजपा ने कांग्रेस के तमाम आरोपों को बेबुनियाद और भ्रामक बताते हुए उनकी राजनैतिक हताशा करार दिया है। प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने पलटवार करते हुए कहा कि सरकार राज्य को अग्रणी प्रदेश बनाने के लिए निवेश के प्रयासों में जुटी है और कांग्रेस प्रदेश की छवि खराब कर निवेश रोकने की साजिश कर रही है। राज्य को पूर्व मे दिये गए विशेष पैकेज छीनने वालो के मुंह से निवेश और भ्रष्टाचार पर ज्ञान शोभा नही देता है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष माहरा के आरोपों को लेकर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए श्री चौहान ने कहा कि कांग्रेस सरकारों ने अपने कार्यकाल में प्रदेश में भ्रष्टाचार की गंगा बहायी और पतित पावनी गंगा को नहर तक घोषित किया। कैमरे मे राज्य के संसाधनों की लूट का लाइसेंस देते नजर आने वाले उनके नेता आज भी कई मामलों मे जांच का सामना कर रहे हैं। वह एम्स के जिन तमाम पुराने प्रकरणों का जिक्र कर रहे हैं उनमें सीबीआई जांच प्रक्रिया जारी है। जहां तक सवाल वहां कार्यरत नियुक्ति एजेंसी का है तो एम्स प्रशासन ने नियमानुसार ही टेंडर प्रक्रिया के बाद उन्हें काम दिया होगा। यदि कोई गड़बड़ी संज्ञान में आती है तो उचित कार्यवाही की जाएगी। लेकिन कांग्रेस को हवा हवाई जानकारी के आधार पर अनर्गल और बेबिनियाद आरोप लगाकर एम्स जैसी विश्व प्रसिद्ध स्वास्थ्य संस्था की छवि खराब करने से बचना चाहिए।
श्री चौहान ने विश्वास जताते हुए कहा, मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में सरकार पूंजीगत निवेश को लेकर जितनी मजबूती से प्रयास कर रही है, उसके नतीजे भी उतने ही शानदार और विकसित उत्तराखंड बनाने वाले साबित होने वाले हैं। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट की तैयारियों के शुरुआती दौर में ही जिस तरह 32 हजार करोड़ से भी अधिक के प्रस्ताव मिले हैं वो प्रदेश के लिए हौसले बढ़ाने वाला है। लेकिन लगता है राज्य को हासिल इस सफलता से कांग्रेस पार्टी परेशान हो गई है और उन्हें अपनी सरकार का जीरो निवेश काल याद आ गया है। तभी वह प्रसन्न होने के बजाय वह झूठे आरोप और नकारात्मक भविष्यवाणी कर, राज्य में निराशा का माहौल बनाने की कोशिश में लगे हैं। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, पूर्व सीएम स्वर्गीय एनडी तिवारी का जिक्र कांग्रेस ने किया, लेकिन वह बताना भूल गई कि जिस दलगत भावना से ऊपर उठकर पूर्व पीएम अटल जी ने तिवारी सरकार में राज्य को विशेष औधौगिक पैकेज दिया था, उसी दलगत भावना से ग्रसित होकर यूपीए सरकार ने पैकेज वापिस ले लिया था, जिसका तत्कालीन औधौगिक पलायन में महत्वपूर्ण भूमिका रही।
कानून व्यवस्थता को लेकर उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि शायद कांग्रेस नेता उत्तराखंड से बाहर कम ही निकलते हैं कांग्रेस शासित प्रदेशों राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड में कानून व्यवस्था का हाल व जंगलराज की ओर आँख मूंद रहे है। उत्तराखंड की तो जनता धामी सरकार अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने की कोशिशों से पूरी तरह संतुष्ट है। जिसका कांग्रेस को भी बखूबी अंदाजा है क्योंकि उनके ऐसे तमाम राजनैतिक कार्यक्रमों का जनता ने बहिष्कार किया हुआ है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं को जनता के मध्य जाने और प्रदेश के विकास में सकारात्मक सहयोग करने की अपील की।