- गढ़ी कैंट डाकरा गुरुद्वारा में वीर बाल दिवस के उपलक्ष में आयोजित कीर्तन कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने किया प्रतिभाग।
- मंत्री ने गुरु साहब के चारों शहजादों के बलिदान किया नमन, गुरुद्वारा में मत्था टेक प्रदेश वासियों की सुख समृद्धि की कामना।
देहरादून, 28 दिसम्बर। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने आज गढ़ी कैंट डाकरा गुरुद्वारा में वीर बाल दिवस के उपलक्ष में आयोजित कीर्तन कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इससे पहले कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने गुरुद्वारा में मत्था टेक प्रदेश में सुख समृद्धि की कामना की। उन्होंने सिक्खों के दसवें गुरु गोविंद सिंह और उनके साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह व बाबा फतेह सिंह की वीरता और शौर्य को याद किया।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने गुरु साहब के चारों शहजादों के बलिदान नमन करते हुए कहा कि इन वीरों की शहादत से हमें यह प्रेरणा मिलती है, कि चाहे कितना भी कष्ट का समय हो, चाहे परिस्थितियां कितनी भी विपरित हो, हमें देश और देशहित के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था-इतिहास से वर्तमान तक, भारत की प्रगति में हमेशा युवा उर्जा की भूमिका अकल्पनीय रही है।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि दसवें गुरु गोविंद सिंह और उनके चारों साहिबजादों शहादत का सम्मान करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने साल 2022 में घोषणा की थी कि 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाएगा। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने गोविंदघाट घाघरिया मार्ग का नाम साहिबज़ादा जोरावर सिंह मार्ग और बिदौरा छेवीं पातशाही गेट से धूमखेड़ा को साहिबज़ादा फतेह सिंह रोड के रूप में रखने जाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह श्रद्धांजलि वीर बल दिवस के अवसर पर दी गई, जो इन दो साहसी युवा शहीदों की अविस्मरणीय विरासत का प्रतीक है, जिन्होंने अपने धर्म और सिद्धांतों के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। उन्होंने कहा कि वीर बाल दिवस भारतीय इतिहास के गौरवशाली अध्याय को याद करने का एक मौका देता है और आने वाली पीढ़ियों को सच्चाई और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देने का काम करता है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि विधायक निधि से निर्मित गुरुद्वारे में 20किलोवाट के सोलर प्लांट का लोकार्पण 14 जनवरी को करेंगे।
इस अवसर पर गुरुद्वारा डाकरा प्रधान दलीप सिंह, सरदार इंद्रजीत सिंह, देवेंद्र पाल सिंह, सरदार गुरदीप सिंह, सरदार शुभम सिंह, हरमहेंद्र सिंह, विष्णु गुप्ता आदि उपस्थित रहे।