देहरादून विधानसभा भवन में प्रेसवार्ता करते कृषि मंत्री गणेश जोशी
देहरादून 06 अगस्त शनिवार। प्रदेश के कृषि एवम कृषक कल्याण माननीय मंत्री गणेश जोशी जी ने आज देहरादून स्थित विधानसभा भवन के सभागार, कक्ष संख्या-120 में उत्तराखंड को जैविक खेती क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के उद्देश्य से जैविक कृषि की तकनीकों के बारे में प्रेसवार्ता की। प्रेस वार्ता के दौरान मा.मंत्री जोशी जी ने अपने 10 दिवसीय विदेश भ्रमण के अनुभवों को पत्रकारों से साझा किया। पत्रकारों को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री गणेश जोशी जी ने कहा कि विदेश भ्रमण में तीन देश जर्मनी, स्विट्जरलैंड और फ्रांस की यात्रा की। मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि उनके द्वारा जो वहां पर देखा गया वह बेहद अनुकरणीय है। मंत्री जोशी ने कहा कि स्विट्जरलैंड और उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियां कई मायनों में समान है वहां पर भी ऑर्गेनिक के क्षेत्र में काफी काम किया जा रहा है, जिसका अध्ययन किया गया और इस दौरान जर्मनी में जैविक कृषि के क्षेत्र में कार्य कर रही अंतरराष्ट्रीय संस्था आईफोम ऑर्गेनिक्स इंटरनेशनल एवं उत्तराखंड सरकार के मध्य समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए है।
मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि अक्टूबर माह में आईफोम के अधिकारीयों को उत्तराखंड आने का निमंत्रण दिया गया है, जो अक्टूबर माह में उत्तराखंड पहुंचेंगे और यहां के अधिकारियों और किसानों को प्रशिक्षण और तकनीक के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे। मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि विदेशों की इस तकनीकी को प्रदेशभर में प्रयोग में लाया जाएगा।
मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि राज्य में उत्पादित राजमा मंडवा और चौलाई की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी डिमांड है। प्रदेश के उत्पादित जैविक फसल जैसे आलू ,मंडुवा, सेब, अखरोट, कीवी, माल्टा सहित कई अन्य फसलों को इस नई टेक्नोलॉजी के साथ इस्तेमाल में लाया जाएगा।जिससे आने वाले समय में किसानों की उत्पादक क्षमता बढ़ेगी और किसानों फसल का उचित दाम भी मिल सकेगा। इसके अलावा मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि अगला वर्ष अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष है।जिसकी तैयारी के लिए राज्य मिलेट मिशन की योजना तैयार की जा रही है। जिसके अंतर्गत (मिलेट) मोटे अनाज के विभिन्न प्रोडक्ट को बनाकर यूरोपीय देशों को निर्यात के प्रयास किए जाएंगे।
मंत्री जोशी ने कहा कि शीघ्र ही प्रदेश में में किसान संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा,जो गढ़वाल के देहरादून और कुमाऊं के उधम सिंह नगर में आयोजित किया जाएगा। इस किसान संवाद कार्यक्रम में कई कृषि वैज्ञानिक, किसान अधिकारीगण और राज्य के अग्रणी लोग शामिल होंगे।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि देखने में आया है कि किसानों के साथ सीधा संवाद ना होने के कारण जितनी भी योजनाएं चाहे केंद्र सरकार की हो या राज्य सरकार की किसानों को उनका लाभ उन तक नहीं पहुंच पाता हैं, जब किसान नई तकनीक सीखेगा तो निश्चित रूप से जो पलायन हो रहा है उस पलायन को रोकने में कारगर सिद्ध होगा।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि विदेश की सभी तकनीकी अनुभवों का लाभ लेकर उत्तराखंड में प्रयोग में लाया जाएगा जिससे सीधा-सीधा किसानों को आने वाले समय में इसका लाभ मिलेगा। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि राज्य के 25 वर्ष होने पर कृषि के क्षेत्र में राज्य के उत्पाद को प्रदेश सरकार सरकार दुगना करने के लिए संकल्पित है।
इस अवसर पर सचिव शैलेश बगोली, सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।