कल रात सोनप्रयाग से लेकर गौरीकुुण्ड केदारनाथ तक भारी बरसात से भूस्खलन होेने के कारण लगभग 09 स्थानों पर मुख्य सड़क मार्ग या पैदल मार्ग समाप्त प्रायः हो गया है। आज सुबह नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा एवं पूर्व विधायक मनोज रावत राहत एवं बचाव कार्य का नीरीक्षण करने सोनप्रयाग से आगे अन्तिम बिन्दु तक गये।
नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि सोनप्रयाग से गौरीकुण्ड के बीच ही लगभग 2500 लोग फंसे हैं। एन.डी.आर.एफ. एवं एस.डी.आर.एफ के अलावा प्रशासन का कोई भी व्यक्ति मौके पर नहीं मिला। उन्होेंने कहा कि प्रशासन को राहत और बचाव कार्य में तेजी करनी चाहिए। पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि प्रशासन को स्थान-स्थान में फंसे लोगों तक राहत सामग्री, दवाई और खाने का सामान पहुंचाना चाहिए। पूर्व विधायक मनोज रावत ने कहा कि इस आपदा तीव्रता 2013 की आपदा के जैसी ही है। लोगों को अंदेशा है कि व्यापक सम्पत्ति की हानि के अलावा जनहानि भी हुई है। प्रशासन सही आंकड़े छुपा रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल एवं पूर्व विधायक मनोज रावत ने सोनप्रयाग से निकाले जा रहे यात्रियों के भोजन, पानी, दवाई आदि की व्यवस्था कर रहे व्यापार संघ, टैक्सी यूनियन और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सराहना की।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल एवं पूर्व विधायक मनोज रावत ने सोनप्रयाग में भण्डारे में यात्रियों की सेवा भी की।