Retail
  • देश
  • राज्य
    • नई दिल्ली
    • उत्तर प्रदेश
    • पंजाब
    • छत्तीसगढ़
    • झारखंड
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • हिमाचंल प्रदेश
    • हरियाणा
    • महाराष्ट्र
  • उत्तराखंड
    • कुमाऊं
      • अल्मोड़ा
      • चम्पावत
      • उधम सिंह नगर
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • बागेश्वर
    • गढ़वाल
      • उत्तरकाशी
      • चमोली
      • देहरादून
      • टिहरी गढ़वाल
      • पौड़ी गढ़वाल
      • रुद्रप्रयाग
      • हरिद्वार
  • राजनीति
  • धर्म संस्कृति
  • शिक्षा/रोजगार
  • वायरल
  • खेल
  • स्वास्थ्य
  • दुनिया
  • संपादकीय
No Result
View All Result
  • देश
  • राज्य
    • नई दिल्ली
    • उत्तर प्रदेश
    • पंजाब
    • छत्तीसगढ़
    • झारखंड
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • हिमाचंल प्रदेश
    • हरियाणा
    • महाराष्ट्र
  • उत्तराखंड
    • कुमाऊं
      • अल्मोड़ा
      • चम्पावत
      • उधम सिंह नगर
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • बागेश्वर
    • गढ़वाल
      • उत्तरकाशी
      • चमोली
      • देहरादून
      • टिहरी गढ़वाल
      • पौड़ी गढ़वाल
      • रुद्रप्रयाग
      • हरिद्वार
  • राजनीति
  • धर्म संस्कृति
  • शिक्षा/रोजगार
  • वायरल
  • खेल
  • स्वास्थ्य
  • दुनिया
  • संपादकीय
No Result
View All Result
New Logo Copy 2 1
No Result
View All Result

घाटों पर के आस-पास पौधा रोपण के लिये किया प्रेरित

by Mukesh Joshi
November 1, 2023
in देहरादून
0
-

ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन में स्वामी चिदानन्द सरस्वती के सान्निध्य व मार्गदर्शन में परमार्थ निकेतन, नमामि गंगे व अर्थ गंगा के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला का समापन हुआ। गंगा जी की आरती के माध्यम से पौधारोपण के संदेश के साथ सभी पुरोहितों को रूद्राक्ष के पौधे माँ गंगा के आशीर्वाद स्वरूप दिये गये। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने गंगा आरती प्रशिक्षण में सहभाग करने आये प्रतिभागियों को नदियों के संरक्षण हेतु सामाजिक चेतना जागृत करने तथा पूरे समाज को साथ लेकर चलने का संदेश दिया। स्वामी ने कहा कि पुरोहित, प्रकृति के पुरोधा बनकर यहां से जाये ताकि हमारी संस्कृति भी सुरक्षित रहे, प्रकृति भी सुरक्षित रहे और संतति भी सुरक्षित रहे।

साथ ही सभी घाटों से एकता व समरसता का संदेश जाये; जातिवाद की दीवारें न हो तथा चारों ओर समता का वातावरण बना रहे। स्वामी ने कहा कि हिन्दू धर्म में तो जन्म से लेकर जीवन की अंतिम यात्रा भी नदियों की गोद में ही पूरी होती है। प्रकृति और नदियां ईश्वर का एक अनमोल खजाना है इसे सहेजने के लिये सशक्त कदम उठाने होंगे। संपूर्ण मानव इतिहास के अस्तित्व को बनाये रखने में नदियों का महत्वपूर्ण योगदान है। नदियाँ हमारी महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन हैं और वे मानवता के लिये भी आवश्यक है इसलिये नदियों को संरक्षित रखना हम सबका कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि जब तक हम नदियों के प्रति जागरुक नहीं होंगे तब तक नदियों को स्वच्छ नहीं रखा जा सकता। हम सभी को नदियों को स्वच्छ और प्रदूषणमुक्त रखने हेतु पहल करनी होगी ताकि नदियों को पूरी तरह से स्वच्छ किया जा सके। नदियों का निर्मल जल हमारा बहुमूल्य खजाना है इसलिये उसके अंधाधुंध दोेहन को रोकना होगा। स्वामी ने नमामि गंगे की अद्भुत पहल हेतु भारत के ऊर्जावान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नमामि गंगे के महानिदेशक अशोक कुमार को साधुवाद देते हुये कहा कि नमामि गंगे व अर्थ गंगा भारत सरकार की अद्भुत पहल है परन्तु जनसहभागिता के बिना इसे सफल नहीं किया जा सकता इसलिये सबका साथ और सहयोग अत्यंत आवश्यक है। कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों ने अपने – अपने तटों पर आयोजित कार्यक्रमों के विषय में जानकारी प्रदान की। साथ ही घाटों को बेहतर बनाने हेतु जो आवश्यकतायें हैं उन्हें भी साझा किया।

बक्सर से आये सतीश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि गोला घाट, श्री रानी सती मंदिर के पास गंगा जी की आरती तो हम पीढ़ियों से करते आ रहे हैं परन्तु परमार्थ निकेतन आरती के घाट पर राष्ट्रगान का दृश्य व देशभक्ति के नारे देखकर मैं धन्य हो गया। पूज्य स्वामी जी ने हम सभी को संदेश दिया कि देव भक्ति अपनी-अपनी परन्तु देशभक्ति सभी मिलकर करे, इसकी मैं गोला घाट पर भी अवश्य शुरूआत करूंगा। चम्पावत से आये पंकज तिवारी ने कहा कि वे पूर्णागिरि घाट पर आरती कराते है परन्तु परमार्थ निकेतन की आरती का तो दृश्य ही अद्भुत है। हम तीन दिनों से देख रहे हैं यहां से प्रतिदिन स्वामी  जनजागरूकता का संदेश देते हैं जो कि सभी को प्रभावित भी करता है। प्रशिक्षण के माध्यम से भी हमने जाना कि आरती को जनजागरण का केन्द्र किस प्रकार बना सकते हैं। यह प्रशिक्षण सभी के लिये अत्यंत आवश्यक है। भारत के पांच राज्य उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल के कई घाट यथा मुक्तेश्वर घाट, साहिबगंज, ओम घाट फतेहपुर, उत्तरप्रदेश, गोला घाट (श्री रानी सती मंदिर के पास), रसलपुर घाट, शारदा घाट, टनकपुर, महुली घाट, भोजपुर, सिन्हा घाट, सोझी घाट, गर्ग घाट, मरचैया डेरे, चीतनाथ घाट, पक्का घाट भिटौरा, उत्तर प्रदेश, आदमपुर फतेहपुर, खुशरूबाग आदि से 35 से अधिक प्रतिभागियों ने तीन दिवसीय कार्यशाला में विधिवत गंगा जी के प्रति जागरूकता और आरती का प्रशिक्षण लिया।

Tags: breaking news

Related Posts

-
देहरादून

छह माह की गर्भवती महिला से दुष्कर्म : महिला आयोग सख्त स्वत संज्ञान लिया

-
देहरादून

माउंट एवरेस्ट फतह करने वाले वीरेंद्र सामंत का कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने किया सम्मान

-
देहरादून

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से भेंट करते बार एसोसिएशन के पदाधिकारीगण

-
देहरादून

घर से निकाली गई बुजुर्ग विद्या देवी और मंगलाः भरण पोषण में वाद दायर

Load More
Next Post
-

रोड शो में उद्योग समूहों के साथ 20 हज़ार करोड़ से अधिक के एमओयू किए गए

https://youtu.be/IXAIaOAXA3U

Like Us

Facebook New 01

Web Stories

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 2024
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 2024
उत्तराखण्ड : आज के सभी प्रमुख समाचार।
उत्तराखण्ड : आज के सभी प्रमुख समाचार।
  • About
  • Contact Us
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Terms & Conditions
  • Disclaimer

© 2024 Dev Bhoomi Samiksha All Rights Reserved

No Result
View All Result
  • देश
  • राज्य
    • नई दिल्ली
    • उत्तर प्रदेश
    • पंजाब
    • छत्तीसगढ़
    • झारखंड
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • हिमाचंल प्रदेश
    • हरियाणा
    • महाराष्ट्र
  • उत्तराखंड
    • कुमाऊं
      • अल्मोड़ा
      • चम्पावत
      • उधम सिंह नगर
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • बागेश्वर
    • गढ़वाल
      • उत्तरकाशी
      • चमोली
      • देहरादून
      • टिहरी गढ़वाल
      • पौड़ी गढ़वाल
      • रुद्रप्रयाग
      • हरिद्वार
  • राजनीति
  • धर्म संस्कृति
  • शिक्षा/रोजगार
  • वायरल
  • खेल
  • स्वास्थ्य
  • दुनिया
  • संपादकीय

© 2024 Dev Bhoomi Samiksha All Rights Reserved

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 2024उत्तराखण्ड : आज के सभी प्रमुख समाचार।