पुलिस विभाग ने प्रदेश में 1550 सिपाहियों की भर्ती को कसरत तेज कर दी है। आइजी हेडक्वार्टर के स्तर पर इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। अब पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक कुमार के साथ बैठक में इस प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय लिया जाना है। अगले एक सप्ताह में भर्ती के लिए अधियाचन शासन को भेजा जा सकता है। इसके बाद शासन से हरी झंडी मिलते ही भर्ती शुरू कर दी जाएगी।
फिलहाल, प्रदेश में करीब तीन हजार सिपाहियों की कमी है। इनमें से 1425 पढ़ें पर गत वर्ष भर्ती की जा चुकी है। रुद्रपुर, हरिद्वार, टिहरी, रामनगर, पिथौरागढ़, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे ये सिपाही आठ महीने बाद पुलिस के मानव संसाधन में जुड़ जाएंगे। हाल ही में एक समारोह में इन सिपाहियों को नियुक्ति पत्र देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डीजीपी को सिपाहियों के रिक्त अन्य 1550 पदों पर भी शीघ्र भर्ती करने के आदेश दिए थे।
इसके बाद आइजी हेडक्वार्टर विम्मी सचदेवा ने अधीनस्थों के साथ बैठक कर भर्ती के लिए प्रस्ताव तैयार करने का आदेश दिया।
आइजी हेडक्वार्टर ने बताया कि उनके स्तर पर भर्ती के लिए सभी तैयारियां हो चुकी हैं। जल्द ही प्रस्ताव को पुलिस महानिदेशक के समक्ष रखा जाएगा। विदित हो कि कुछ समय पहले पुलिस विभाग में ग्रेड-पे की समस्या का समाधान करते हुए 1700 मुख्य आरक्षियों को अपर उप निरीक्षक बनाया गया था। इससे खाली हुए मुख्य आरक्षी के पदों पर पात्र सिपाहियों की पदोन्नति की गई और अब शेष पदों पर नई भर्ती की जानी है।
थाना-चौकियों में सिपाहियों की भारी कमी
वर्तमान में प्रदेशभर के थाना- चौकियों में सिपाहियों की भारी कमी है। इस कारण शहरों में नाइट पिकेट बंद हैं और रात्रि गश्त भी ठीक तरीके से नहीं हो पा रही।
मुख्यमंत्री के आदेश पर पुलिस विभाग में सिपाही के रिक्त 1550 पदों पर भर्ती की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। एक सप्ताह बाद अधियाचन शासन को भेजा जाएगा। शासन से अनुमति मिलने पर भर्ती शुरू कर दी जाएगी।