केंद्र से जारी निर्देशानुसार 1 मार्च से 15 मार्च तक आयोजित स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग ने आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल के नेतृत्व में केंद्रीय विद्यालय आइडीपीएल ऋषिकेश में स्वछता अभियान चलाया और मातृशक्ति को साथ लेकर विद्यालय में झाड़ू लगाई साथ ही आयोग कि सदस्य सचिव उर्वशी चौहान के नेतृत्व में आयोग के कार्यालय देहरादून में स्वच्छता अभियान चलाया गया।
इस मौके पर आयोग की ने अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने बताया कि जैसा कि आप जानते हैं, माननीय प्रधानमंत्री के निर्देशानुसार भारत सरकार के सभी मंत्रालयों व विभागों में स्वच्छता के मुद्दों और प्रथाओं पर गहन ध्यान केंद्रित करने के उद्देश्य से अप्रैल, 2016 से स्वच्छता पखवाड़ा आयोजित किया जा रहा है। “स्वच्छता पखवाड़ा” की अवधारणा माननीय प्रधान मंत्री के स्वच्छता सभी की जिम्मेदारी के दृष्टिकोण से प्रेरित है और इसलिए स्वच्छता से संबंधित गतिविधियों में सभी मंत्रालयों और विभागों को शामिल किया गया है।
उन्होंने कहा कि आज माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में में समाज मे स्वच्छता की गतिविधियां शुरू करने के अलावा, अब उनका ध्यान कार्य क्षेत्र से संबंधित संपूर्ण कार्यशैली में पारदर्शिता व साफ व स्वच्छ कार्यशैली को सुनिश्चित करने पर है। क्योंकि एक स्वच्छ समाज की नींव तभी होती है जब हम खुद से स्वच्छता आरम्भ करे, अपने आप आस पास के वातावरण अपने मन को स्वच्छ करें।
सदस्य सचिव उर्वशी चौहान ने कहा कि वर्ष 2024 स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत श्रमदान गतिविधियों में संलग्न होते हुए संगठनों और अधीनस्थ कार्यालयों में स्वच्छता के प्रति प्रतिस्पर्धात्मक भावना को सक्रिय रूप से प्रोत्साहित किया जाना आवश्यक है।
इस अवसर पर ऋषिकेश में मीरा नगर की निवर्तमान पार्षद सुंदरी कण्डवाल, लता राणा, दुर्गा बिष्ट, प्रतिमा रावत, सुनीता सती, उषा लखेड़ा, लक्ष्मी कंडारी, अनीता राणा, कुशाल चौहान, संगीता कुकरेती, चंद्रकांता बिष्ट, विमलेश शर्मा, रेखा नेगी, संगीता रावत, विनीता बिष्ट तथा देहरादून में शानू रावत, एस.आइ. स्वाति चमोली, विधि अधिकारी दयाराम सिंह, श्रवण, दयाल राणा, दिनेश कुमार सहित अन्य महिलाएं व कर्मचारी उपस्थित रहे।