जेआरडी टाटा के जन्मदिन के मौके पर एक नई पहल
Dehradun News : हर साल JRD TATA के जन्मदिन के विशेष अवसर पर टाटा ग्रुप की कंपनियां साझा रूप से महान उद्योगपति और दूरदर्शी लीडर के रूप में अपनी पहचान रखने वाले जेआरडी टाटा की अनूठी विरासत का जश्न मनाती हैं. इस साल TATA 1mg Lab अमेनिया (रक्ताल्पता) से जुड़ा एक बेहद अहम अभियान शुरू करने जा रही है जिसके तहत इसके शिकार लोगों को ज़रूरी स्वास्थ्य सेवाएं मदद भी प्रदान की जाएंगी. जेआरडी टाटा हमेशा से एक सेहतमंद राष्ट्र की परिकल्पना किया करते थे. उनकी इसी उदात्त भावना को ध्यान में रखते हुए 10,000 महिलाओं व बच्चों का मुफ़्त में अनेमिया संबंधी परीक्षण व इलाज किया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वे आगे चलकर स्वस्थ जीवन बिता सकें.
शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर कम होने से व्यक्ति में अमेनिया के लक्षण पाए जाते हैं. यह बीमारी मूलत: आयरन की कमी के चलते होती है. इसका शरीर पर गंभीर दुष्परिणाम देखने को मिलता है जिससे व्यक्ति बेहद कमज़ोर व थका हुआ महसूस करता है. उल्लेखनीय है कि भारत में 15-49 आयु वर्ग की 57% महिलाएं अनेमिया का शिकार हैं जिनकी संख्या विश्व भर में इसी बीमारी से ग्रसित लोगों के मुक़ाबले कहीं अधिक है. भारत में महिलाओं के इसके शिकार होने की मुख्य वजह है अनेमिया संबंधी जांच का अभाव और इस बीमारी के बारे में उचित समय पर पता ना चल पाना, ख़ासकर महिलाओं को होने वाली अनेमिया के बारे में.
टाटा 1mg लैब्स द्वारा प्रायोजित अनेमिया स्क्रीनिंग अभियान के तहत पिछड़े इलाकों में रहने वाली 10,000 महिलाओं व बच्चों की मुफ़्त में अनेमिया संबंधी जांच की जाएगी. साथ ही उनमें समयबद्ध तरीके से परीक्षण कराये जाने संबंधी जागरुकता लाने का भी प्रयास किया जाएगा. इस पहल के अंतर्गत बीमारी का जल्दी पता लगाने से लेकर इसके दुष्प्रभाव से बचने तक के उपाय पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
ग़रीब व पिछड़े लोगों के जीवन में सार्थक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध इस अभियान की कामयाबी को सुनिश्चित करने के लिए टाटा 1mg लैब्स कई संगठनों के साथ हाथ मिलाने जा रहे है. इन साझेदारियों के तहत अगले 6 महीनों में विभिन्न शिविरों का आयोजन किया जाएगा और कई शहरों में अनेमिया संबंधी परीक्षण किये जाएंगे. इसके माध्यम से ज़रूरतमंद लोगों तक ज़रूरी स्वास्थ्य सेवाओं को आसानी से पहुंचाने की कोशिश की जाएगी.
टाटा 1mg के सह-संस्थापक गौरव अग्रवाल ने व्यापक तौर पर चलाये जाने वाले इस अभियान पर बात करते हुए कहा, “अनेमिया देश के लोगों के लिए एक गंभीर ख़तरे के रूप में सामने आया है. ग़ौरतलब है कि दुनिया के मुक़ाबले भारत में महिलाओं व बच्चों को होने वाली अनेमिया की दर कहीं अधिक है जो एक गहरी चिंता का विषय है. हमारी तरफ़ से आर्थिक रूप से क़मजोर और ज़रूरतमंद लोगों का अनेमिया संबंधी जांच के बाद ज़रूरी इलाज किया जाएगा व इससे बचने के उपाय बताए जाएंगे ताकि फ़िलहाल के लिए 10,000 लोगों के जीवन में एक सकारात्मक बदलाव लाया जा सके”.
टाटा 1mg लैब्स द्वारा चलाया जा रहा अनेमिया संबंधी यह अभियान जेआरडी टाटा द्वारा पोषित मूल्यों की एक छोटी सी बानगी है. यह अभियान टाटा समूह द्वारा समाज की बेहतरी के लिए कुछ कर दिखाने का भी एक उत्तम उदाहरण है. इस अभियान के अंतर्गत टाटा 1mg लैब्स का लक्ष्य एक स्वस्थ भारत के निर्माण में अपना अहम योगदान देते हुए ब्रांड की प्रतिबद्धता के अनुसार कमज़ोर तबके से संबंध रखने वाले लोगों को किफ़ायती ढंग से चिकित्सा सुविधा मुहैया कराना है.