अगर एक बहन मजबूत होती है तो पूरा घर मजबूत होता है – गणेश जोशी
काशीपुर, 21 सितम्बर। देश भर में भाजपा द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस को सेवा पखवाड़ा के रूप में मना रही है। वहीं सेवा सप्ताह के तहत आज ग्राम्य विकास विभाग द्वारा काशीपुर के उदय राज हिंदू इंटर कॉलेज के सभागार में आयोजित ग्राम गौरव सम्मान कार्यक्रम में प्रदेश के ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को अपने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए ग्राम गौरव सम्मान से सम्मानित किया। मंत्री जोशी ने समूहों की महिलाओं को प्रमाणपत्र और एक जुट का थैला इस संदेश के साथ दिया कि अब हमें प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करना है। इस दौरान मंत्री जोशी ने कार्यक्रम में महिला समूहों द्वारा लगाए गए स्टालों का भी अवलोकन किया।
वहीं इस अवसर पर मंत्री जोशी ने अपने संबोधन में कहा कि हमने संकल्प लिया है कि आने वाले 5 सालों के अंदर हम समूहों की महिलाओं की आय दुगनी करेंगे, इस संकल्प ले साथ हम कार्य कर रहे है। मंत्री जोशी ने कहा कि जहां पर स्त्री की पूजा होती है वहां पर देवताओं का वास होता है नारी का सम्मान करना चाहिए और हमारी केंद्र और राज्य सरकार इस काम को पूरी ईमानदारी के साथ कर रही है।मंत्री जोशी ने कहा कि आज प्रदेश के 13 जिलों में 95 ब्लॉकों में इसका क्रियान्वयन किया जा रहा है।
आज साढ़े तीन लाख से अधिक महिलाएं इस माध्यम से काम कर रही है । 46 हजार से अधिक समूह प्रदेश में बने हुए हैं 4 हजार से अधिक ग्राम संगठन और 276 क्लस्टर बने हुए हैं। क्लास्टरों को और आगे बढ़ाया जा रहा है। मंत्री जोशी ने कहा कि अगर एक मां मजबूत होती है तो पूरा घर मजबूत होता है। मंत्री जोशी ने कहा कि महिलाओं के करण की दिशा में सशक्तिकरण की दिशा में केंद्र और राज्य सरकार मिलकर लगातार प्रयासरत है इसके साथ ही मंत्री जोशी ने कहा कि हर क्षेत्र में प्रदेश के विकास के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में लगातार आगे बढ़ रही है, और जब राज्य 25 वर्ष का होगा तो उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने की दिशा में राज्य सरकार लगातार कार्य कर रही है।
इस अवसर पर ज़िलाधिकारी युगल किशोर पंत, मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, परियोजना निदेशक हिमांशु जोशी, कैलाश पंत, सहित कई लोग उपस्थित रहे।