राज्यपाल लेफ़्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने मंगलवार को नंदा की चौकी स्थित टॉन्स ब्रिज स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। राज्यपाल ने इस दौरान मेजर जनरल जी डी बख्शी (से नि) द्वारा लिखित दो पुस्तक “The quantum book of SOMA” व “ Russia Ukraine war: Lesson Learnt” का भी विमोचन किया।
इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि भारतीय सेना से अपनी सेवाएं पूर्ण करने के बाद देश, समाज, संस्कृति, सभ्यता और हमारी आने वाली पीढ़ी से कैसे जुड़े रहा जा सकता है, इस बात को हम जनरल बख्शी से सीख सकते हैं। राज्यपाल ने कहा कि जनरल बख्शी के साथ उन्हें तीन बार काम करने का मौका मिला, जिस दौरान उन्होंने बहुत कुछ नया सीखा।
राज्यपाल ने कहा कि हमको पता होना चाहिए कि हमारी जड़ और पहचान क्या है। उन्होंने कहा हम सबको अपनी धरोहर पहचानना ज़रूरी है। राज्यपाल ने कार्यक्रम में मौजूद छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हम सब नेतृत्व करने वाला बने, इसके लिए हम अपने आप में नेतृत्व की शक्ति को विकसित करें।
राज्यपाल ने “यूक्रेन-रुस युद्ध” पर लिखी पुस्तक के बारे में कहा कि इस पुस्तक में 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध और 2021 से शुरू हुए यूक्रेन-रुस युद्ध के तौर तरीकों की तुलना की है। राज्यपाल ने कहा कि आज के दिन भारत भी दो मोर्चों पर खड़ी चुनौती का जवाब दे रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा देश चीन-पाकिस्तान को गलवान और बालाकोट में करारा जवाब दे चुका है।
यह भी देखे – राज्यपाल गुरमीत सिंह ने डॉ भीमराव आंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें अपनी भाव भीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
राज्यपाल ने “क्वांटम बुक ऑफ़ सोमा” के बारे में कहा कि सोमा को ऋग्वेद के नौवें मण्डल में वर्णित किया गया है। उन्होंने कहा कि हमें अपने वेद पुराणों के ज्ञान को जानना ज़रूरी है। राज्यपाल ने कहा कि जिस दिन हम अपना इतिहास जानना शुरू कर देंगे उस दिन भारत को विश्व गुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता है।
कार्यक्रम में पूर्व सैन्य अधिकारियों के साथ ही स्कूल के छात्र-छात्राएँ भी उपस्थित रहे