प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने राजस्थान में चरमराई हुई कानून व्यवस्था और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते दुष्कर्म के मामलों पर गंभीर होकर महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष को ज्ञापन देकर राज्य सरकार को महिला अत्याचार को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने हेतु निर्देशित किये जाने की मांग की है। ज्ञापन के माध्यम से शर्मा ने निवेदन किया है कि राजस्थान प्रदेश की बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था व महिला अत्याचार के बढ़ते मामलों का महिला आयोग संज्ञान ले और महिला हितों में राज्य सरकार को कठोर कदम उठाने के लिए निर्देशित करें।
प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने कहा कि नेशनल क्राईम रिकॉर्ड ब्यूरो के 2020 के नवीनतम आँकडो के अनुसार दुष्कर्म के मामलों में राजस्थान 2019 के बाद 2020 में भी पहले स्थान पर रहा। गौरतलब है कि युवा मोर्चा महिला सुरक्षा से जुड़े मुद्दे राजस्थान में उठाता रहा है और लगातार आंदोलनरत है।
साथ ही युवा मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राजस्थान प्रभारी नेहा जोशी जी ने भी राजस्थान की स्थिति से अवगत करवाते हुए बताया कि राजस्थान में रोजाना रेप के मामले सामने आना यह दर्शाता है राज्य में बहन-बेटियां बिल्कुल भी महफूज नहीं है और राजस्थान सरकार की प्राथमिकता में भी महिला सुरक्षा नहीं आती है। यही कारण है कि प्रदेश में लगातार महिला अपराधों में वृद्धि हो रही है।
जयपुर में रोटी मांग रही दलित महिला के साथ एम्बुलेंस में गैंगरेप, जयपुर और राजसमंद में महिला के पैर काटकर गहने निकालकर उन्हें मार देने की घटना, अलवर में मुक बधिर बच्ची से गैंगरेप की घटना, बांसवाड़ा में मानसिक रोगी महिला से दुष्कर्म और हाल ही में दौसा जिले के मण्डावर थाने में कांग्रेसी विधायक के पुत्र के खिलाफ महिला दुष्कर्म का मामला दर्ज होने से आमजन में दशहत है ।
महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भाजयुमो के कार्यकर्ताओं की बातों को गंभीरता से लेते हुए इस विषय पर जल्द ही राजस्थान सरकार से जवाबतलब करने का आश्वासन दिया।