नई दिल्ली। खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी), सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने उत्तर प्रदेश के शामली जिले के पंजोखरा में स्थिति चौधरी चरण सिंह बहुउद्देशीय प्रशिक्षण केंद्र में शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम में प्राकृतिक पेंट प्रशिक्षण यूनिट का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर उन्होंने 40 टर्नवुड क्रॉफ्ट मशीनों का वितरण कर, खादी कारीगरों के साथ ‘खादी संवाद’ किया। कारीगरों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की लोकल खादीग्लोबल ब्रांड बन चुकी है। खादी की उन्नति से खादी सेक्टर में कार्यरत लगभग 80 प्रतिशत महिलाओं के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव आया है। खादी कारीगरों को संबोधित करते हुए केवीआईसी अध्यक्ष श्री कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 9 वर्षों में खादी गरीबी निर्मूलन, कारीगर सशक्तिकरण, खाद्य सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण और बेरोजगारी उन्मूलन का सबसे सशक्त, सक्षम और सफल ‘अस्त्र और शस्त्र’ बनाहै।
उन्होंने आगे कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से गांव-गांव तक रोजगार पहुंचाने के लिए खादी और ग्रामोद्योग आयोग लगातार प्रयत्नशील है। उन्हीं के नेतृत्व में पिछले वित्त वर्ष में इतिहास रचते हुए खादी और ग्रामोद्योगी उत्पादों का कारोबार 1.34 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया, जबकि 9.54 लाख नये रोजगार का सृजन हुआ। अध्यक्ष श्री मनोज कुमार के अनुसार 2014 के बाद माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में खादी को उसका पुराना गौरव फिर से मिला है। उन्हीं के नेतृत्व और प्रयासों का परिणाम है कि सिर्फ 9 वर्षों में खादी आज‘लोकल सेग्लोबल’ ब्रांड बन चुकी है। नीति आयोग के आंकड़े का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों में 13.5 करोड़ लोग भारत में गरीबी से बाहर निकले हैं। गांवों में लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकालने में खादी ने भी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में अहम योगदान दिया है।
लाभार्थियों और खादी कारीगरों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में केवीआईसी द्वारा ग्रामोद्योग विकास योजना के अन्तर्गत भारतीय परम्परागत उद्योगों के कामगारों को टूल्स एवं मशीनरी का वितरण किया जा रहा है, जिससे परम्परागत उद्योगों के कामगारों की आय में वृद्वि से उनके जीवन स्तर में व्यापक सुधार हो। इसी के अंतर्गत आज मंडलीय कार्यालय मेरठ के अंतर्गत आनेवाले 25 जिलों के 40 लाभार्थियों को 40 टर्नवुड क्रॉफ्ट मशीनों का वितरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पंजोखरा के चौधरी चरण सिंह बहुउद्देशीय प्रशिक्षण केंद्र में कटिंग टेलरिंग, ब्यूटीशियन, खाद्य मशाले, डिटर्जेंट पाउडर, बेसिक कंप्यूटर, मोमबत्ती निर्माण, जैविक खाद की ट्रेनिंग दी जा रही है।
इसी कड़ी में अब यहां पर प्राकृतिक पेंट प्रशिक्षणकी यूनिट का भी शुभारंभ किया जा रहा है। इसकी ट्रेनिंग लेकर युवा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत ऋण लेकर स्वदेशी प्राकृतिक पेंट बनाने का अपना स्वयं का उद्योग लगा सकते हैं। उन्होंने आगे बताया कि मंडलीय कार्यालय मेरठ के अंतर्गत पिछले तीन वर्षों में यहां परकरीब 2384 नई यूनिटें लगी हैं, जिसके माध्यम से करीब 9 हजार लोगों को रोजगार मिल रहा है। भारत सरकार की तरफ से इन नई यूनिटों को करीब 45 करोड़ रुपये की मार्जिन मनी सब्सिडी भी दी गई है। श्री कुमार के अनुसार पिछले 9 वर्षों में केवीआईसी ने ग्रामीण भारत में क्रांतिकारी ढंग से भारत सरकार की योजनाओं को पहुंचाया है। मंडलीय कार्यालय मेरठ में खादी की 396 संस्थाओं के माध्यम से करीब 1 लाख से अधिक खादी कारीगरों को रोजगार मिल रहा है। उन्होंने बताया कि खादी कारीगरों में 80 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी है।
उन्होंने बताया कि पूरे देश में कुम्हारों को 25,000 से अधिक विद्युत चालित चाकों का वितरण किया जा चुका है, जिससे कुम्हारों की आय में तीन से चार गुना की बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह से हनी मिशन के अंतर्गत पूरे देश में अभी तक 2 लाख से अधिक बी-बॉक्स का वितरण किया गया है।उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों से अपील की कि वो लोकल के लिए वोकल हो तभी भारत के लोकल उत्पादों को ग्लोबल पहचान मिल पाएगी। खादी की स्वदेशी क्रांति का श्रेय माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को देते हुए श्री कुमार ने कहा कि आज का सशक्त, सक्षम और आत्मनिर्भर भारत दुनिया को राह दिखा रहा है। हमें मेक इन इंडिया के साथ-साथ मेक फॉर वर्ल्ड के मंत्र के साथ आगे बढ़ना है। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार और के.वी.आई.सी के अधिकारी और कर्मचारीगण मौजूद रहे।