फरीदाबाद। गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराय ख्वाजा फरीदाबाद में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में जूनियर रेडक्रॉस, सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड और स्काउट्स गाइड्स ने राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए। प्राचार्य एवं जेआरसी और ब्रिगेड अधिकारी रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि आज आयुर्वेद के महत्व को दर्शाते हुए सभी कक्षाओं में रंगोली सजाई गई और जेआरसी और ब्रिगेड सदस्यों ने पोस्टर और पेंटिंग बना कर अन्य छात्र छात्राओं को जागरूक किया।
प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि भारतीय पौराणिक दृष्टि से धनतेरस को स्वास्थ्य के देवता का दिवस माना जाता है। भगवान धन्वंतरि आरोग्य, सेहत, आयु और तेज के आराध्य देवता हैं। भगवान धन्वंतरि आयुर्वेद जगत के प्रणेता तथा वैद्यक शास्त्र के देवता माने जाते हैं। आदिकाल में आयुर्वेद की उत्पत्ति ब्रह्मा से ही मानते हैं। आदि काल के ग्रंथों में रामायण, महाभारत तथा विविध पुराणों की रचना हुई है जिस में सभी ग्रंथों ने आयुर्वेदावतरण के प्रसंग में भगवान धन्वंतरि का उल्लेख किया है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद दिवस 2024 का थीम सब के लिए आयुर्वेद रखा गया है तथा टैग लाइन प्रत्येक दिन प्रत्येक के लिए आयुर्वेद निर्धारित किया गया है। प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि चिकित्सा की सबसे प्राचीन पद्धति आयुर्वेद की आज वैश्विक स्तर पर स्वीकार्यता बढ रही है। इसका कारण है कि आयुर्वेद का सरोकार मानव से है रुग्णता से नहीं।
रुग्णता के नियंत्रण और व्यक्ति के स्वस्थ होने के लिए शरीर के प्रतिरक्षातंत्र को सुदृढ़ बनाना व जीवनी शक्ति को बल देना आयुर्वेदिक चिकित्सा में प्रमुखता से समाहित है। चिकित्सा का यह विज्ञान शरीर को मजबूत करने पर बल देता है जिससे व्यक्ति रुग्ण न पड़े और यदि रुग्ण हो भी जाए तो शरीर को अधिक हानि न पहुंचे और वह स्वस्थ हो जाए। इस चिकित्सा पद्धति में आहार के साथ विहार अर्थात योगासन, प्राणायाम और सूर्य नमस्कार आदि को भी शामिल किया गया है। सरकार के प्रत्येक घर आयुर्वेद अभियान में सफलता तभी मिल सकेगी जब भारत के प्रत्येक नागरिक तक आयुर्वेद की पहुंच सक्षम हो जाएगी। हर दिन हर घर आयुर्वेद में समग्र स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया गया है। इसे हमारे देश को स्वास्थ को और अच्छा बनाने में सहायता मिलेगी। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने आज के कार्यक्रम में सुंदर सहयोग के लिए सभी छात्र, छात्राओं, प्राध्यापकों गीता, ममता, जितेंद्र, पवन, कुलदीप सिंह, रविंद्र, अमित, सुनील कुमार, प्रियंका, मुक्ता, रजनी कपूर, दिलबाग और धर्मपाल शास्त्री सहित सभी अध्यापकों का आभार और धन्यवाद व्यक्त किया।