राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने शनिवार को चमोली जनपद के जोशीमठ में भू-धंसाव की स्थिति के संबंध में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। इस वीडियो कांफ्रेंसिंग में आयुक्त गढ़वाल मण्डल सुशील कुमार, जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना और एसपी चमोली प्रमेन्द्र डोभाल मौजूद रहे।
राज्यपाल ने कहा कि विपदा की इस घड़ी में पूरा देश व प्रदेश प्रभावित लोगों के साथ है। उन्होंने कहा कि इस चुनौती के समय हमें प्रत्येक प्रभावित की समस्या को सुनना है, और उसे हरसंभव मदद करनी है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रभावितों की मूलभूत जरूरतों पर विशेष ध्यान दिया जाय। राज्यपाल ने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है, उनकी सुरक्षा के दृष्टिगत सभी इंतजाम किये जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रभावितों का हौसला बढ़ाने के साथ-साथ भावनात्मक रूप से भी उनके साथ खड़ा रहना बेहद जरूरी है।
राज्यपाल ने कहा कि हिमालयी क्षेत्र के दृष्टिगत यह आपदा एक चुनौती है और इसका समाधान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस दौरान राज्यपाल ने भू-धंसाव की समस्या के समाधान हेतु उठाए गए तात्कालिक एवं दीर्घकालिक कदमों की जानकारी भी ली। इस अवसर पर सचिव श्री राज्यपाल डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा जो सचिव आपदा प्रबंधन भी हैं, ने शासन स्तर से किये जा रहे प्रयासों की विस्तृत जानकारी राज्यपाल को उपलब्ध करायी।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में अधिकारियों ने जोशीमठ में भू-धंसाव के कारण उत्पन्न हुई स्थिति के संबंध में राज्यपाल को विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराई।
उन्होंने प्रभावित क्षेत्र के लोगों के रहने, खाने और उनके अस्थायी विस्थापन के संबंध में जानकारी दी। इसके अलावा प्रभावित परिवारों को शासन एवं प्रशासन द्वारा दी जा रही सहायता और अन्य जानकारियां भी दी।
इस दौरान अधिकारियों ने भू-धंसाव क्षेत्र में संचालित राहत एवं बचाव कार्यों, प्रभावितों की सुरक्षा व पुनर्वास हेतु उठाए गए कदमों की विस्तृत जानकारी राज्यपाल को उपलब्ध करायी।