ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन में क्रिया योग प्रशिक्षण की शुरूआत हुई। जिसमें विश्व के अनेक देशों के प्रतिभागियों ने सहभाग किया। परमार्थ निकेेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती के दिव्य आशीर्वाद के साथ 15 दिवसीय क्रिया योग प्रशिक्षण शिविर की शुरूआत हुई। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने योग जिज्ञासुओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि योग और ध्यान का प्रशिक्षण व अभ्यास स्वयं के लिये होना चाहिये। कोविड -19 महामारी के समय हम सभी ने देखा की उस महामारी ने मानवता को शारीरिक, भावनात्मक और मानसिक रूप से प्रभावित किया परन्तु वही दूसरी ओर योग ने दुनिया भर के लोगों को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से संबल प्रदान किया। क्रिया योग ध्यान की विभिन्न विधाओं का दिव्य समन्वय है जो कि शरीर, मन और आत्मा के बीच सामंजस्य स्थापित करता है। यह मानव अस्तित्व के सभी पहलुओं के अंतर्संबंध, आत्म-बोध और आत्म-परिवर्तन का मार्ग सरल व सहज करता है।
स्वामी जी ने कहा कि योग में विभिन्न शाखाएँ या मार्ग शामिल हैं, आत्म-खोज, आत्मसाक्षात्कार और समाधि की अवस्था को प्राप्त करने के लिये क्रिया योग सबसे उपयुक्त मार्ग है। हठ योग, शरीर और मस्तिष्क को संतुलित और संरेखित करने के लिए शारीरिक मुद्राओं, आसन और सांस नियंत्रण प्राणायाम पर जोर देता है।
राज योग, मानसिक और आध्यात्मिक अनुशासन प्राप्त करने के लिए ध्यान और आत्म-नियंत्रण पर केंद्रित है। कर्म योग, निस्वार्थ सेवा और परिणामों के प्रति आसक्ति के बिना कर्म करने, कर्तव्य की भावना और सचेतनता को बढ़ावा देने पर जोर देता है। भक्ति योग, वह उच्च अवस्था है जो परमात्मा के प्रति समर्पण, प्रेम, भक्ति और कृतज्ञता का मार्ग प्रशस्त करता है, ज्ञान योग, ज्ञान और दिव्य चिंतन के प्रति जागृत करता है, कुंडलिनी योग, शारीरिक व्यायाम, श्वास क्रिया और ध्यान के संयोजन के माध्यम से सुप्त आध्यात्मिक ऊर्जा कुंडलिनी को जागृत करने हेतु मददगार है तथा क्रिया योग, विभिन्न क्रियाओं के माध्यम से समाधि का मार्ग प्रशस्त करता है। साथ ही मानसिक शांति, भावनात्मक स्थिरता और आत्म-जागरूकता को बढ़ावा देता है।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि योग की शक्ति को पर्यावरण संरक्षण के लिये लगाये योग के साथ-साथ पर्यावरण योग भी करें। क्रिया योग प्रशिक्षण योगाचार्य आभा सरस्वती और प्रीति के मार्गदर्शन में हो रहा है। इस प्रशिक्षण में रोमन खांडोज्को, रूस, लिसा वोलस्टैडटर, जर्मनी, एंजेला गावलास -यूएस, विक्रम लिमसे, भारत, क्रिस्टोफर ले, वियतनाम, अरी हौक्का – फिनलैंड, रिच हेंड्रिक्स – नीदरलैंड, क्रिस्टीना क्विंटानिला-मुनोज, संयुक्त राज्य अमेरिका, लीना जरीना,ऑस्ट्रेलिया, योइंगवान, दक्षिण कोरिया, यूं सुरिजाए, दक्षिण कोरिया, इलियाना फॉक्स, यूएसए, मटियास बार्डोसी, ऑस्ट्रिया से आयो प्रतिभागी क्रिया योग का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। स्वामी जी ने सभी प्रतिभागियों को आशीर्वाद स्वरूप रूद्राक्ष का दिव्य माला भेंट की।