किशोर मकवाना ने आज नई दिल्ली में National Commission for Scheduled Castes के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया। लव कुश कुमार ने भी आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के सदस्य का पदभार ग्रहण किया।
कार्यभार संभालने के बाद किशोर मकवाना ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि वह अनुसूचित जाति समुदाय के हितों और अधिकारों की रक्षा के लिए लगातार काम करेंगे।
मकवाना ने कहा कि आयोग न केवल अनुसूचित जाति को न्याय सुनिश्चित करने के लिए काम करेगा बल्कि समुदाय के साथ किसी भी प्रकार के अन्याय को रोकने के लिए भी सक्रिय रहेगा। उन्होंने कहा कि आयोग अनुसूचित जातियों के सामाजिक-आर्थिक विकास की योजना प्रक्रिया में भाग लेने और सलाह देने और उनके खिलाफ अत्याचारों को रोकने के लिए काम करेगा। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि समाज में सामाजिक समरसता एवम् सौहार्द बना रहे।
मकवाना ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की गुजरात इकाई के संयुक्त प्रवक्ता के रूप में कार्य किया है। वह एक पत्रकार और स्तंभकार भी हैं। वह ‘सामाजिक क्रांति ना महानायक डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर’ (सामाजिक क्रांति के महानायक – डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर), ‘स्वामी विवेकानन्द’, ‘सफलता नो मंत्र’ ( सफलता का मंत्र), ‘समर नहीं समरसता’ (सद्भाव; प्रतिध्वनि नहीं), आम आदमी नरेंद्र मोदी (इस पुस्तक का देश की कई भाषाओं में अनुवाद किया गया है और इरोस नाउ ने उनकी पुस्तक पर एक वेब श्रृंखला बनाई है), ‘क्रांतिवीर बिरसा’ मुंडा’ (क्रांतिकारी बिरसा मुंडा), ‘युगप्रवर्तक शिवाजी महाराज’ (युगप्रवर्तक शिवाजी महाराज) आदि।
उन्होंने डॉ. अंबेडकर पर 9 किताबें लिखी हैं। इसके अलावा उन्होंने कई पुस्तकों का अनुवाद और संपादन किया है और उनकी पुस्तकों का देश की कई भाषाओं में अनुवाद किया गया है। भारत के राष्ट्रपति द्वारा भारत सरकार के राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किये जाने के बाद उन्होंने आज पदभार ग्रहण किया।