नई दिल्ली। देश में साथ-साथ निर्वाचन कराने से संबंधित मुद्दे की जांच करने और उस पर सिफारिशें करने के लिए 2 सितंबर 2023 की अधिसूचना के माध्यम से हाल ही में गठित उच्च-स्तरीय समिति (एचएलसी) ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द की अध्यक्षता में आज यहां अपनी प्रारम्भिक बैठक आयोजित की।
श्री अमित शाह, भारत के गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री, श्री अर्जुन राम मेघवाल, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विधि और न्याय मंत्रालय, श्री गुलाम नबी आज़ाद, पूर्व नेता विपक्ष, राज्यसभा, श्री एन.के. सिंह, पूर्व अध्यक्ष, 15वां वित्त आयोग, डॉ. सुभाष सी. कश्यप, पूर्व महासचिव, लोकसभा, श्री संजय कोठारी, पूर्व मुख्य सतर्कता आयुक्त ने बैठक में भाग लिया। श्री हरीश साल्वे, वरिष्ठ अधिवक्ता बैठक में आभासी रूप से शामिल हुए। श्री अधीर रंजन चौधरी, विपक्ष में सबसे बड़ी एकल पार्टी के नेता बैठक में उपस्थित नहीं थे।उच्च स्तरीय समिति के सदस्यों का स्वागत करते हुए समिति के अध्यक्ष, श्री राम नाथ कोविन्द ने बैठक के एजेंडे की रूपरेखा बतायी। समिति के कामकाज के तौर-तरीकों की रूपरेखा बताते हुए समिति ने निर्णय लिया कि समिति देश में साथ-साथ निर्वाचन के मुद्दे पर सुझाव/विचार मांगने के लिए मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टियों, राज्यों की सत्ताधारी राजनीतिक पार्टियों, संसद में प्रतिनिधित्व रखने वाली राजनीतिक पार्टियों, अन्य मान्यता प्राप्त राज्य राजनीतिक पार्टियों को आमंत्रित करेगी
। इसके अतिरिक्त, समिति देश में साथ-साथ निर्वाचन के मुद्दे पर सुझाव/दृष्टिकोण प्रदान करने के लिए भारत के विधि आयोग को भी आमंत्रित करेगी। धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक समाप्त हुई।