देहरादून 16 अक्टूबर, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने राजभवन सभागार में हमारा परिवार संस्था के ‘‘स्नेह मिलन’’ कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने हमारा परिवार संस्था के सदस्यों का उत्तराखंड में स्वागत करते हुए कहा कि परिवार हमारे देश की प्राचीन सभ्यता का मूल है। हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम्’’ अर्थात् पूरी धरती ही हमारा परिवार है। उन्होंने कहा कि हमारे ऋषि-मुनियों की सोच एक स्थान एक प्रदेश एक देश या एक महाद्वीप तक ही नहीं रही, बल्कि पूरी पृथ्वी को परिवार कहने की विशाल सोच रही है।
उन्होंने कहा कि विदेशी ताकतों के कारण हम सदियों तक गुलाम रहे उन हजारों सालों के संघर्ष में हमने अपने विचारों को, अपनी संस्कृति को और अपनी सभ्यता को नहीं छोड़ा जिस कारण आज भी हमारा परिवार जीवित है। उन्होंने कहा कि हमारा परिवार उस खोई हुई सभ्यता, संस्कृति, विचार, प्रेम, आदर आदि को फिर से संजोने का प्रयत्न है।
राज्यपाल ने कहा कि हमारा परिवार संस्था बेहतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि इस परिवार का सदस्य बनकर मैं स्वयं को सौभाग्यशाली समझता हूं। संस्था द्वारा प्रकृति संरक्षण, धार्मिक एवं सांस्कृतिक यात्राओं, देश के विभिन्न तीर्थ स्थानों सहित अन्य सामाजिक कार्यों के संपादन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा ‘‘मैं’’ नहीं ‘‘हमारा’’ की भावना से जो कार्य किया जा रहा है वह सराहनीय है। संस्था द्वारा अनेकता में एकता के भाव को प्रदर्शित किया गया है। उन्होंने कहा कि परिवार समाज का वह हिस्सा है, जो पूरे राष्ट्र और समाज को प्रबल बनाता है। जीवन को जीने का तरीका हम परिवार में ही सीखते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि दूसरों के लिए कुछ करना और उनके जीवन में आशा की नयी किरण लाना ही हमारा असली उद्देश्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अपनी संस्कृति, सभ्यता और इतिहास को बचाने के लिए संगठित होकर कार्य करना होगा। इस कार्यक्रम में प्रथम महिला गुरमीत कौर, संस्था के राष्ट्रीय संगठक डॉ सुरेन्द्र कुमार, उत्तराखण्ड प्रांत समन्वयक अजीत सिंह, सह प्रमुख प्रोफेसर प्रवीण कुमार, इकाई समन्वयक ज्योति यादव, राष्ट्रीय प्रकोष्ठ समन्वयक पंकज हंस, महेन्द्र पंवार सहित इस संस्था से जुड़े अनेक पदाधिकारीगण उपस्थित रहें। कार्यक्रम के दौरान नव ज्योति संस्था ने सांस्कृतिक कार्यक्रम व देव संस्कृति विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा योगाभ्यास करतब दिखाए गए।