देहरादून। उत्तराखण्ड के राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर संजय आर्थोपीडिक, स्पाइन एवं मैटरनिटी सेंटर, जाखन, राजपुर रोड, देहरादून द्वारा आर्थोपीडिक, स्पाइन एवं स्त्री रोगों से संबधित बीमारियों के संबध में एक नि:शुल्क परामर्श शिविर का आयोजन किया गया जिसमें आए हुए मरीजों एवं रिश्तेदारों को जानकारी देते हुये पद्मश्री से सम्मानित वरिष्ठ आर्थोपीडिक सर्जन डाॅ. बी.के.एस. संजय ने बताया कि अपने प्रदेश उत्तराखण्ड के पहाड़ी क्षेत्रों में भौगोलिक कारणो से कमर दर्द और घुटनों के दर्द की समस्या मैदानी क्षेत्रों की तुलना मे कुछ ज्यादा ही होती है। ऐसे में लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना चाहिए।
खाने-पीने एवं रोजमर्रे की दिनचर्या में बदलाव लाना चाहिए। शुगर, ब्लडप्रैशर, काॅलेसट्रोल जैसी बीमारियों से बचने के लिए मोटे अनाज खाने की आदत डालनी चाहिए। कैंप के दौरान दूसरे आर्थोपीडक सर्जन डाॅ. गौरव संजय जो कि देहरादून आर्थोपीडिक सोसाइटी के संयुक्त सचिव हैं उन्होंने बताया कि लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरुक होना चाहिए। अच्छे स्वास्थ्य के लिए लोगों को संतुलित एवं पौष्टिक भोजन, नियमित व्यायाम, और मन लगाकर ईमानदारी से काम करना चाहिए एवं 8 घंटे की गहरी नींद लेनी चाहिए।
राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित स्त्री रोग विशेषज्ञ डाॅ. सुजाता संजय ने नि:शुल्क परीक्षण किया तथा उन्होंने आये हुये मरीजों एवं रिश्तेदारों को बताया कि उत्तराखण्ड को बनाने मे मातृशक्ति का बहुत बडा़ योगदान है और मातृशक्ति को भी अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। खासतौर से गर्भवती महिलाओं को अपना भोजन और व्यायाम पर अधिक ध्याान देना चाहिए। नवजात शिशुओं को दूध पिलाना चाहिए और बड़े बच्चों को फास्ट फूड खाने से रोकना चाहिए। घर में बना हुआ खाना ही खाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। मुझे आशा है कि जब माएं अपने घरों में स्वादिष्ट भोजन बनायेगी तभी बच्चे घर का खाना पसंद करेंगे।