देहरादून। एक व्यक्ति के द्वारा दून पुलिस को होशियारी दिखानी भारी पड़ गयी। आईपीएस अधिकारी बनकर चौकी प्रभारी पर दबाव डालने की योजना ने अभियुक्त को सलाखों के पीछे पहुँचा दिया। पुलिस कप्तान की सख्ती से बंद हुए अवैध खनन से परेशान होकर एक व्यक्ति आईपीएस अधिकारी बनकर फायदा उठाने की योजना बना रहा था, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया हैं। पुलिस के अनुसार आईपीएस अधिकारी बनकर चौकी प्रभारी पर अवैध काम के लिये दबाव डालने की योजना ने अभियुक्त को सलाखों के पीछे पहुँचाया दिया हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उप निरीक्षक प्रवीण सैनी चौकी प्रभारी कुल्हाल के मोबाइल पर एक व्यक्ति द्वारा अपने मोबाइल नंबर से कॉल कर अपने आपको एक आईपीएस अधिकारी बताकर पोंटा साहिब, हिमाचल की ओर से 05-06 डंफर अवैध प्रतिबंधित खनन सामग्री धुली बजरी भिजवाने के लिये कहा गया। उक्त अज्ञात व्यक्ति के मोबाइल नम्बर की आईडी चैक की गई तो आईडी किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर पाई गई। जिस पर उक्त व्यक्ति पर संदेह होने पर चौकी कुल्हाल पर धारा 419 आईपीसी के अंर्तगत मुकदमा पंजीकृत किया गया एवं अभियुक्त को उसके मोबाइल नंबर की लोकेशन के आधार पर देहरादून स्थित केनाल रोड से गिरफ्तार किया गया तथा अभियुक्त से बरामद आई-10 कार नंबर: डीएल-10सीएच-5770 को सीज कर दिया गया। अभियुक्त की तलाशी में उसके पास से 02 मोबाइल फोन बरामद हुए जिनमें से एक फोन के माध्यम से अभियुक्त द्वारा स्वंय को आईपीएस अधिकारी बताकर कॉल किया गया था।
अभियुक्त से पूछताछ में उसने अपना नाम तारिक अनवर पुत्र स्व. जयाउद्दीन निवासी ग्राम फेनारा, थाना फेनारा, जिला ईस्ट चंपारण, बिहार हाल पता मकान नंबर 209/16 शाहीनबाग, दिल्ली उम्र 39 वर्ष बताया। अभियुक्त द्वारा बताया गया कि वह दिल्ली में गारमेंट व हैंडीक्राफ्ट का व्यवसाय करता हैं तथा उसने केनाल रोड स्थित चालांग में अपनी पत्नी के नाम पर जमीन खरीदी है। उसे उक्त जमीन पर निर्माण कार्य हेतु हिमांचल से आने वाली धुली बजरी की जरूरत थी, परन्तु बार्डर पर पुलिस की बहुत ज्यादा सख्ती, चैकिंग होने के कारण उसे कही से भी पोंटासाहिब हिमाचल की और से आने वाली धुली बजरी नहीं मिल पा रही थी। जिस पर उसने पुलिस विभाग का बड़ा अधिकारी बनकर अपना काम निकाले जाने की योजना बनाई तथा स्वंय को आईपीएस अधिकारी बताकर 05-06 डंफर अवैध प्रतिबंधित खनन सामग्री धुली बजरी सस्ते दाम पर भिजवाने हेतु चौकी प्रभारी कुल्हाल को अपने मोबाइल नंबर से कॉल कर दबाव डाला गया।