प्रदेश के कृषि मंत्री गणेश जोशी मंगलवार को सेलाकुई स्थित माया ग्रुप आफ कालेजेस में दो दिवसीय कृषि विज्ञान मेले में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मंत्री जोशी ने वहां लगे विभिन्न स्टालों का भी निरीक्षण किया। अपने सम्बोधन में मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि चूंकि उत्तराखण्ड की महत्वपूर्ण फसलों की उपज बहुत कम है जो उत्पादन को प्रभावित करता है। तो, जरूरत है जमीनी हकीकत पर आधारित एक वैकल्पिक रणनीति तैयार करने की जो कृषि और संबंधित उद्यमों के लिए मजबूत हो। ऊंचाई और जलवायु में बदलाव फसल विविधीकरण के लिए प्राकृतिक लाभ प्रदान करते हैं। प्रदेश सरकार ने भी कुछ चयनित फसलों की खेती को बढ़ावा देने की योजना बनायी है जैसे- बासमती, सुगंधित बासमती और औषधीय पौधे, सब्जियां, फूल, फल और दूध उत्पादन। इस प्रकार, इस नयी नीति का उद्देश्य भोजन, पोषण और आजीविका को सुरक्षित करने पर ध्यान केंद्रित करना है।
मंत्री जोशी ने कहा कि आज हमारा देश कृषि के उत्पाद में दूसरे स्थान पर है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने संकल्प लिया है कि 2030 तक हम विश्व के नंबर एक उत्पादक होंगे। इसके लिए प्रदेश में जैविक खेती और प्राकृतिक खेती लगातार कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही नई तकनीक का भी उपयोग किया जा रहा है ओर उत्पादों को बढ़ाया जा रहा है। मंत्री जोशी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री किसान प्रोत्साहन राशि जिसमे किसानों को दो हजार रुपए किसानो को दिए जाएंगे।
मंत्री जोशी ने कहा माया ग्रुप कृषि क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रहा है।कृषि हमारे देश और उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था की नींव है। देश में कृषि के माध्यम से ही आत्मनिर्भरता लाई जा सकती है। कृषि क्षेत्र के विकास के लिए राज्य सरकार निरंतर कार्य कर रही है। फसल उत्पादन में सुधार और 2025 तक हमारे किसान भाइयों की आय दोगुनी करना हमारा लक्ष्य है और इस दिशा में हम निरंतर प्रयासरत हैं। मंत्री जोशी ने कहा इस तरह के आयोजन को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने छात्रों से ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों को नई तकनीक से कृषि के बारे में जानकारी प्रदान करने का आव्हान भी किया।
इस अवसर पर सहसपुर विधायक सहदेव सिंह पुंडीर, मशरूम गर्ल दिव्या रावत, चेयरमैन एमएल जुयाल, बीडी जुयाल सहित कई लोग उपस्थित रहे।