देहरादून – न्यू कैंट रोड स्थित कैंप कार्यालय में कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने उद्यान विभाग में संचालित जिला योजनान्तर्गत चकराता, कालसी एवं सहसपुर के सेब उत्पादक किसानों को सेब पौध रोपण, काटाई छटाई, उर्वरक खाद, उन्नत पैदावार तथा फल तुड़ाई उपरान्त प्रबन्धन आदि विषय पर 03 दिवसीय प्रशिक्षण देने हेतु जनपद के 30 चयनित किसानों का दल डा० वाई० एस० परमार यूनिवर्सिटी आफैँ हाट्रिकल्चर एण्ड फारेस्ट्री नौणी सोलन हिमांचल प्रदेश के लिए हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया।
यह भी पढें –.मां दुध्याड़ी देवी का 12 वर्षों बाद लगेगा महाकुंभ
गौरतलब है कि वर्तमान समय सेब के पौधों की कटाई छटाई एवं पौधो को ऊर्वक खाद आदि दिये जाने का उपयुक्त समय है फलस्वरूप किसानों को प्रयोगात्मक प्रशिक्षण भी प्राप्त हो पायेगा, तथा प्रशिक्षणार्थी उक्त प्रशिक्षण संस्थान से सेब उत्पादन हेतु नवीन तकनीकी की जानकार प्राप्त कर स्वयं भी लाभ उठायेगें एवं अन्य किसानों को भी नवीन एवं उच्च तकनीकि की जानकारी देगें जिससे कि सेब उत्पादकता में बृद्धि हो तथा भविष्य में इसी प्रकार से किसानों को प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु समय समय पर भेजा जायेगा।
यह भी पढें –अब एक दिन में बनेगा नया राशन कार्ड, आवेदक के लिये क्या करना होगा, पढ़ें
वहीं मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि हमारा लक्ष्य है, कि जब राज्य 25 वर्ष का होगा तो हम सेब के उत्पादन को दुगना करेंगे। इसके लिए किसानों को प्रशिक्षण बेहद जरूरी है उन्होंने कहा यह 30 चयनित किसान जब हिमाचल से प्रशिक्षण प्राप्त कर लौटेंगे तो यह प्रदेश के किसानों को ट्रैनिग देंगे। मंत्री जोशी ने कहा कि निश्चित ही जो हमारा संकल्प है कि सेब के उत्पादन को दुगना करेंगे उसके लिए यह सार्थक कदम होगा।
इस अवसर पर उद्यान निदेशक एचएस बवेजा, मुख्य उद्यान अधिकारी डा० मीनाक्षी जोशी सहित कई लोग उपस्थित रहे।