बागेश्वर 10 नवम्बर। जिलाधिकारी अनुराधा पाल की अध्यक्षता में जिला स्तरीय पुनरीक्षण समिति की बैठक विकास भवन सभागार में संपन्न हुई। बैठक में राज्य प्रायोजित योजनाएं, ऋण जमा अनुपात को बढ़ाने, केसीसी, वित्तीय वर्ष में वार्षिक ऋण योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना आदि की समीक्षा की गयी।
इस दौरान जिलाधिकारी ने सभी बैंकर्स को निर्देश दिए कि वित्तीय वर्ष के लिए सभी बैंक वार्षिक कार्य योजना को ध्यान में रखते हुए जिले का ऋण जमा अनुपात को बढाने के लिए एक्षन प्लांन तैयार करें। जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य प्रायोजित जो भी योजनाएं जिले में संचालित हैं, उन योजनाओं में संबंधित विभागों द्वारा वित्तीय वर्ष में जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है, उसे ध्यान में रखते हुए अधिक से लोगों को बैंक के माध्यम से सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाय। जिलाधिकारी ने बैंक प्रबंधकों को निर्देश दिए विभागों से प्राप्त होने वाले आवेदनों का निस्तारण षीघ्र किया जाय, आवेदनो को बेवजह लंबित न रखा जाय, यदि कोई आवेदनों में कमी रहती है, तो तत्काल संबंधित विभागाध्यक्ष को अवगत कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि बैंकों को भेजे जाने वाले आवेदन पत्रों का भलीभांति परीक्षण के उपरांत बैंकों को प्रेक्षित किए जाय, ताकि आवेदनकर्ता को बार-बार परेशान न होना पडे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष में प्रत्येक योाजना में शत-प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति हो, इसके लिए सभी बैंक संबंधित विभागों के साथ समन्वय कर विभिन्न योजना के अंतर्गत आवेदकों से आवेदन प्राप्त कर लें। उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड से संबंधित मामलों पर भी त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। नाबार्ड अंतर्गत जिले में किए जा रहे कार्यो की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा नाबार्ड की योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिले, इसका बैंक विशेष ध्यान दें। जिलाधिकारी श्रीमती पाल ने बैठक में राज्य प्रायोजित कार्यक्रमों व योजनाओं के साथ ही प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, वीर चन्द्र सिंह गढवाली पर्यटन स्वरोजगार योजना, पं. दीनदयाल होम स्टे योजना, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन समेत अन्य योजनाओं में निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, लीड बैंक अधिकारी एनआर जौहरी, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन, मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. गीतांजलि बंगारी, उद्यान अधिकारी आरके सिंह, पर्यटन अधिकारी पीके गौतम, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ कमल पंत, ईओ हयात सिंह परिहार समेत नाबार्ड व बैंक के अधिकारी मौजूद थे।