देहरादून 10 सितम्बर। कोतवाली डोईवाला देहरादून पुलिस ने योजना बनाकर एटीएम मे नये तरीके से जालसाजी कर चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के 04 अभियुक्तों को एटीएम से चोरी की गयी नगदी 2 लाख 70 हजार रूपये, मास्टर चॉबियां तथा एटीएम कार्ड के साथ गिरफ्तार कर लिया हैं।
वर्तमान मे प्रदेश स्तर पर पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड द्वारा अपराधियो, असमाजिक तत्वो के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही किये जाने हेतु वृहद स्तर पर ’“ऑपरेशन प्रहार”’ प्रचलित किया गया है। उक्त अभियान को सफल व सार्थक बनाये जाने के क्रम मे दलीप सिंह कुँवर पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद देहरादून द्वारा आहूत अपराध गोष्ठी मे जनपद के समस्त थाना, चौकी प्रभारी को सक्रिय अपराधियो, असमाजिक तत्वो को चिन्हित कर उनके विरूद्ध निरोधात्मक, वैधानिक कार्यवाही किये जाने हेतू निर्देशित किया गया हैं। जिसके अनुपालन मे पुलिस अधीक्षक ग्रमीण व पुलिस क्षेत्राधिकारी डोईवाला के निकट पर्यवेक्षण व मार्गदर्शन में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली डोईवाला द्वारा उक्त अभियान को सफल व सार्थक बनाये जाने हेतु सभी चौकी, हल्का प्रभारी व बीट कर्मीयो को उक्त सन्दर्भ मे प्रभावी रूप से आवश्यक कार्यवाही करने हेतू निर्देशित कर विशेष टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा थाना क्षेत्र डोईवाला मे निरन्तर रूप से प्रतिदिन संदिग्ध व्यक्तियो, वाहनो की चौकिंग की जा रही है। इस दौरान प्रभारी निरीक्षक डोईवाला को निजी सूचना तन्त्र के माध्यम से जानकारी हुयी कि 02 कार, जिसमे एक कार हरियाणा तथा दूसरी कार दिल्ली नम्बर की है, उसमे कुछ लडके है, जो एटीएम मे जालसाजी कर रूपयो की चोरी कर रहे है। उक्त सूचना पर प्रभारी निरीक्षक द्वारा पुलिस टीम को भलि-भांति ब्रीफ कर आवश्यक आदेश-निर्देश देकर सौंग नदी पुल डिग्री कालेज डोईवाला पर संदिग्ध व्यक्तियो, वाहनो की चैकिंग हेतु भेजा गया। पुलिस टीम को चैकिंग के दौरान वाहन हुंडई एसेन्ट डीएल 4 सीएपी 0171 दिखायी दी, जिसको रोककर चौक किया तो कार मे 04 व्यक्ति अमित कुमार पुत्र राज गिरी सिहं निवासी आरजेडआर 110 चाणक्य पैलेस पार्ट 2 थाना डाबडी जिला जनकपुरी दिल्ली-59 मूल निवासी ग्राम व पोस्ट महुई, छपरा बिहार, सुनील कुमार झा पुत्र नरेश चन्द्र निवासी मकान नम्बर 247 गली न. 22 श्याम बिहार कालोनी थाना छावला जिला नजफगंढ दिल्ली, शिवम सिहं पुत्र पंकज सिहं निवासी छ.104 भगवती गार्डन एक्सटैंशन गली न.15 उत्तम नगर थाना उत्तम नगर नई दिल्ली व हनी पुत्र महिपाल सिहं निवासी द्धारिका मोड 55 फुटा नवादा हाउसिगं काम्पलेक्स आर-3 10 3 फ्लोर-5 थाना मोहनगढ जिला मोहनगढ दिल्ली सवार थे। मौके पर वाहन की तलाशी लेने पर उक्त कार के डैशबोर्ड से 2 लाख 70 हजार रूपये की नगदी मिली। उक्त रूपयो के सम्बन्ध मे इन लोगो से विस्तृत, गहनता से पूछताछ की गयी तो बिना कोई संतोषजनक उत्तर दिये इधर-उधर की बाते करने लगे। जब उक्त व्यक्तियो से सख्ती से पूछताछ की गयी तो उनके द्वारा बताया गया कि उपरोक्त सभी लोग दिल्ली के निवासी है, और वह एटीएम में काली पट्टी लगाकर जालसाजी से लोगो के पैसे चुरा लेते है। उन्होंने डोईवाला क्षेत्र मे 05 एटीएम मे जालसाजी कर एटीएम मे काले रंग की फाईबर की पट्टी लगाकर उक्त धनराशि चोरी की है। अभियुक्तो से एटीएम मे इनके द्वारा लगाने वाली काली पट्टी, एटीएम खोलने हेतु 04 चॉबी व 05 एटीएम कार्ड तथा 270000 रुपये नगद बरामद हुए। अभियुक्त गण से एटीएम मे की गयी चोरी के बरामद रूपये व चोरी मे प्रयोग करने वाले संसाधन, वाहन बरामद होने पर अभियुक्तों को नियमानुसार गिरफ्तार किया गया। उक्त गिरफ्तारी व बरामदगी होने पर थाना डोईवाला पर मुकदमा अपराध सख्या 274/2023 धारा 454/420/380/411/34 आईपीसी बनाम अमित कुमार आदि पंजीकृत किया गया।
आज दोपहर 2:15 बजे पुलिस कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुये दलीप सिंह कुँवर पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद देहरादून ने बताया की गिरफ्तार अभियुक्तो ने पूछताछ में बताया गया कि वे सभी दिल्ली के निवासी है, तथा उत्तराखण्ड मे घूमने के बहाने आकर एकान्त मे स्थित गार्ड रहित एटीएम मे जाकर पहले रैकी करते है तथा मौका देखकर एटीएम मे रूपये निकासी वाले स्थान पर एक काले रंग की 9-10 इन्च लम्बी व 2 इन्च चौडी काले रंग की फाईबर की पट्टी लगा देते है, जिससे कोई व्यक्ति जब एटीएम से रूपये निकालता है तो रूपये उसके खाते से तो कट जाते है पर एटीएम से बाहर नही आ पाते तथा एटीएम मे ही फंस जाते है। अभियुक्तो मे से एक व्यक्ति एटीएम के अन्दर बने केबिन मे पहले से ही छुपा रहता है तथा रूपये निकालने वाले व्यक्ति के बाहर जाते ही अपने पास उपलब्ध मास्टर-की (नकली चॉबी) से एटीएम खोलकर एटीएम मे फंसे रूपये निकाल लेता है तथा उसके बाद पुनः उक्त काली पट्टी एटीएम के रूपये निकासी वाले स्थान पर लगा देता है। शेष अभियुक्त एटीएम के बाहर रहकर आने-जाने वालो पर नजर रखते है।
गैंगलीडर, सरगना अमित कुमार पुत्र राजगिरी सिहं द्वारा पूछने पर बताया की वह 10 वी पास हैं तथा उसका दिल्ली में सीएससी सेंटर है, वर्ष 2010-11 मे मैं दिल्ली में एटीएम मे कैश डालने वाली कम्पनी ब्रिगंस आर्या मे काम करता था । जिस कारण मुझेATMमशीन खोलने व बन्द करने की जानकारी है । मेरे दिमाग मे आया कि यदि एटीएम मशीन मे जहां स्थान से रूपये मशीन से बाहर आते है, उसे किसी चीज से बन्द किया जाये तो जैसे ही कोई व्यक्ति पैसे निकालने एटीएम मे आयेगा तो उसके पैसे बाहर नही आयेगे तथा वह मशीन के अन्दर ही रह जायेगे और तब हम उन्हे ले सकते है। एक बार वह राजस्थान गया था तो वहां उसे एटीएम मे एक चाबी मिली, जिसे उसने ले लिया। उसके बाद उसी कम्पनी की एटीएम मशीन उसने ढूंढी और उस पर उसने वो चाबी लगायी तो वह खुल गया। उसके बाद उसने छब्त् कम्पनी व डायवोर्ड कम्पनी के एटीएम मशीन की चॉबिया तैयार कर ली और पैसे निकालने शुरू किये। शुरू मे उसने दिल्ली से पैसे निकाले, और उसके बाद उसने सोचा की यदि वह लगातार दिल्ली में पैसे निकालेगा तो पकड़ा जायेगा, तो उसने अपना एक गैंग बनाया और उसने यह काम अपने गैंग के सुनील कुमार झा और अन्य साथियों को भी सिखाया। उक्त काम को वह करीब तीन-चार साल से कर रहा हैं, उन्होंने अब तक दिल्ली, राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा तथा उत्तराखंड में इस तरह की घटनाएं की हैं। उक्त घटना उत्तराखंड में उन्होंने पहली बार की है, वह लोग योजना के मुताबिक महीने के द्वितीय शनिवार, रविवार तथा चतुर्थ शनिवार, रविवार को, जब बैको की छुट्टी होती है, तब दिल्ली से निकलते हैं और बैंक की 2 दिन की छुट्टी होने के कारण 2 दिनों तक एटीएम में इस तरह से पैसे निकालते हैं, उन्होंने डोईवाला मे 05 अलग अलग एटीएम मे उक्त फाईबर की काली पट्टी लगायी थी, ताकि जिनके पैसे निकले वह छुट्टी होने के कारण बैंक में न जा सके। 7 सितम्बर की रात्रि में वह अपने साथी नवाब और सुनील झा के साथ गाड़ी संख्या एचआर 55 एआर 9294 स्विफ्ट डिजायर से दिल्ली से हरिद्वार, ऋषिकेश होते हुए 08 सितम्बर की सुबह डोईवाला पहुंचा, उसके साथी हनी, सौरभ और शिवम जो की पूर्व में ही दो-तीन दिन पहले ऋषिकेश टिहरी गढ़वाल क्षेत्र में आए थे, वे उन्हे डोईवाला में मिले। इसके पश्चात उन्होंने डोईवाला तथा ऋषिकेश क्षेत्रान्तर्गत एटीएम में पट्टी लगाकर धनराशी निकालने की योजना बनाई, उन्होंने दो टीमों में कार्य किया, जिसमें उसने, नवाब और सुनील ने डोईवाला के चार- पांच एटीएम में 8 तथा 9 तारीख में पट्टी लगाकर भिन्न भिन्न व्यक्तियों की धनराशी निकाली तथा इसी प्रकार हनी, सौरभ और शिवम ने ऋषिकेश क्षेत्र में आईडीबीआई, एसबीआई, यूको, आईसीआईसीआई, यस बैंक, एटीएम में इस तरह की घटनाओं का अंजाम दिया। वह लोग अपने पास भिन्न बैंकों के एटीएम भी रखते हैं तथा कम जानकार लोगों को बातों में उलझाकर इनसे एटीएम भी बदल लेते हैं तथा बाद में बदले गए एटीएम से धनराशी निकाल लेते हैं, इस तरह हमारे द्वारा कुल मिलाकर लगभग 3 लाख से अधिक की धनराशि निकाल ली गई थी, जिसमे से कुछ उनके द्वारा शराब व खाने-पीने आदि मे खर्च कर दी गई है तथा कुछ धनराशि उनके साथी सौरभ व नवाब के पास है, जो दूसरी गाड़ी स्विफ्ट डिजायर संख्या एच आर 55 एआर 9294 के द्वारा यहां से निकल गए हैं। जो एसेन्ट कार डीएल 4 सीएपी 0171 उनके पास है, वो हनी की है जो कुछ समय पूर्व ही इसके द्वारा खरीदी गयी थी, वह किसी भी घटना को अंजाम देने में उपरोक्त दोनों वाहनो का इस्तेमाल करते हैं। आज भी उनके द्वारा दोबारा डोईवाला मे चार-पांच एटीएम में काले रंग की पट्टी लगाकर रखी गयी थी, जिन्हे वह निकालने के लिए जा रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हे पकड़ लिया।